गणेश चतुर्थी पर वैश्य शिक्षक संघ ने अग्रवाल समाज के प्राध्यापकों को किया सम्मानित
नयी दिल्ली
नयी दिल्ली “संस्था जब बनती है तो संस्कार बनते हैं और संस्कार से ही विचावैश्य शिक्षक संघ”रों की श्रृंखला शुरू होती है।” इसी भावना के साथ दिल्ली विश्वविध्यालय के “वैश्य शिक्षक संघ” द्वारा गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर किरोड़ीमल कॉलेज के एकेडमिक सभागार में भव्य समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें दिल्ली विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों और महाविद्यालयों में स्थाई पदों पर नवनियुक्त अग्रवाल समाज के प्राध्यापकों को सम्मानित किया गया।
समारोह का शुभारंभ प्रभु श्री गणेश जी और महाराज अग्रसेन जी की आरती के साथ किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफ़ेसर अनिल कुमार (वाणिज्य विभाग, श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स) द्वारा की गई। स्वागत उद्बोधन में उन्होंने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि सनातन धर्म में पूजा का अवसर हमेशा पारिवारिक उत्सव रहा है। अग्रवाल वंश की कुलदेवी महालक्ष्मी जी की कृपा हमेशा अग्रवंश पर रही है। इसीलिए अग्रबंधु समाज हित के लिए स्कूल, अस्पताल इत्यादि बनवाने में हमेशा आगे रहे हैं। श्री गणेश जी पूजन का शुभारंभ लोकमान्य तिलक जी द्वारा आजादी की लड़ाई में भारतीय समाज को संगठित करने के लिए किया गया। महाराष्ट्र से शुरू हुई ये परंपरा अपने उद्देश्य में पूरी तरह सफल रही है और भारत वर्ष के कई राज्यों में श्री गणेश चतुर्थी धूमधाम से मनाई जाती है। जो शक्तियां समाज को तोड़ने का काम करतीं हैं उन पर हमारे भारतीय उत्सव हमेशा भारी रहे हैं और समाज को हमेशा एक दूसरे से जोड़ते हैं। “वैश्य शिक्षक संघ” का उद्देश्य राजनीतिक न होकर अग्रवाल समाज को संगठित करना है।
भारती कॉलेज की प्रिसिपल प्रोफेसर सलोनी गुप्ता जी ने अपने उद्बोधन में कहा की लगभग चार वर्ष पहले कुछ साथियों के साथ “वैश्य शिक्षक संघ” की शुरुआत अग्रवाल समाज को एक दूसरे से जोड़ने के लिए की गई थी वो आज समारोह में इतनी बड़ी भागीदारी देखते हुए सफल होती दिख रही है। रिसर्च के क्षेत्र में भी अग्रवाल समाज को आगे आना होगा। अगर हम सकारात्मक सोच के साथ एक दूसरे से जुड़ेंगे तो कभी भी बिखरेंगे नहीं।
देशबंधु कॉलेज के वाणिज्य विभाग की प्रोफ़ेसर सीमा गुप्ता ने अपने उद्बोधन में कहा कि अपनी उन्नति के लिए तो सपने सभी देखते हैं लेकिन शिक्षक समुदाय अपने सपनों को साकार करते हुए सभी समाज को सपने देखने की उड़ान देता है।
प्रोफेसर राजीव अग्रवाल ने अग्रवाल समाज पर प्रकाश डालते हुए कहा कि किरोड़ीमल जी और केदारनाथ जी के अपने बच्चे नहीं थे लेकिन उन्होंने पूरे समाज को अपने बच्चों की तरह समझा और किरोड़ीमल कॉलेज एवम् रामजस कॉलेज जैसे महाविद्यालय दिल्ली विश्वविद्यालय को दिए।
समारोह में वर्तमान डूटा अध्यक्ष प्रोफ़ेसर अजय कुमार भागी की गरिमामयी उपस्थिति रही। प्रोफ़ेसर भागी ने कहा कि आज श्री गणेश चतुर्थी के दिन गणेश जी का आशीर्वाद मिला है। सकारात्मक सोच वाले व्यक्ति जब साथ मिलते हैं तो समाज को एक प्रगतिशील दिशा मिलती है।
समारोह में विभिन्न महाविद्यालयों के प्रिंसिपलगण, प्रोफ़ेसर और प्राध्यापकगण प्रोफेसर सलोनी गुप्ता, प्रोफेसर तुलसियान, प्रोफ़ेसर आभा मित्तल, प्रोफेसर गायत्री इत्यादि की उपस्थिति विशेष उल्लेखनीय रही। मंच संचालन डॉ सपना बंसल (वाणिज्य विभाग, श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स) द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रोफेसर सीमा गुप्ता (वाणिज्य विभाग, देशबंधु कॉलेज), डॉ रूपेश कुमार (रसायनशास्त्र विभाग, किरोड़ीमल कॉलेज), डॉ सलोनी गुप्ता (वाणिज्य विभाग, देशबंधु कॉलेज), डॉ गुन्जन अग्रवाल (अर्थशास्त्र विभाग, लक्ष्मीबाई कॉलेज), डॉ आशीष कुमार (रामजस कॉलेज), सेतु गुप्ता इत्यादि की विशेष भूमिका रही।