हापुड़(अमित मुन्ना/अनूप सिन्हा)।
देश के युवाओं का भविष्य बर्बाद कर फर्जी मार्कशीट बेचनें वालें गैंग के सरगना सहित दो सदस्य को पिलखुवा पुलिस ने गिरफ्तार कर भारी मात्रा में मार्कशीट ,मोहरें व इजीनियर की नौकरी के ऑफर लैटर व अन्य सामान बरामद किया।
जानकारी के अनुसार हापुड़ के पिलखुवा स्थित मोनार्ड यूनिवर्सिटी में डिग्रियों का वैरीफिकेशन करवानें आए दो युवकों अमरेश पुत्र स्व० अशर्फी लाल नि० रामपुर मथुरा व शिवम पाण्डेय पुत्र रामप्रकाश पांण्डेय नि० शास्त्री नगर थाना कोतवाली सीतापुर
करवाएं आए थे।
एसपी दीपक भूकर ने बताया कि
जनपद हापुड में स्थित मोनाड यूनिवर्सिटी की अधिकारिक वेबसाइट www.monard.edu.in को कापी करकार इसकी वेबसाइट से मिलती हुई वेबसाइट www.monard.org.in को डिजाइन कराकर मोनाड यूनिवर्सिटी
हापुड की विभिन्न स्ट्रीम की डिग्री एवं ओ-लेवल का कम्प्यूटर डिप्लोमा फर्जी तरीके से तैयार कर युवाओं को बेचकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले गिरोह के सक्रिय होने की जानकारी प्राप्त होने पर थाना पिलखुवा थाना प्रभारी सुबोध सक्सेना व टीम एवं जनपदीय साइबर सेल द्वारा संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुये मोनाड यूनिवर्सिटी का फर्जी वेरीफिकेशन लै पोस्ट करने के लिए आये गिरोह के सरगना अमरेश को इसके साथी अभियुक्त शिवम पांण्डेय के साथ गिरफ्तार किया गया।
वर्ष 2018 से मोनाड यूनिवर्सिटी की फर्जी बेवसाइट का कर रहे थे
उन्होंने बताया कि गैंग के सदस्य ओ-लेवल का डिप्लोमा सर्टिफिकेट 5000-20000 रूपये में बेचकर व फर्जी मार्कशीट व कम्प्यूटर सर्टिफिकेट बनाकर लाखों रूपये कमा चुके है।
थाना प्रभारी निरीक्षक सुबोध सक्सेना ने बताया कि इनके कब्जे से फर्जी सर्टिफिकेट बनाने में प्रयुक्त उपकरण (कम्प्यूटर, प्रिन्टर व मोहर इत्यादि), मोबाइल फोन एवं भारी मात्रा में मोनार्ड यूनिवर्सिटी व अन्य शैक्षिक संस्थान की फर्जी मार्कशीट / डिप्लोमा सर्टिफिकेट बरामद हुए है।
इससे पूर्व में भी ओसो एजुकेशनल ग्रुप बनाकर एवं ग्रुप की वेबसाइट www.osoge.org बनाकर छात्रों को बिना पढाये सर्टिफिकेट करते थे तैयार
अपराध करने का तरीका:
अभियुक्त अमरेश एवं शिवम पाण्डेय दोनो ही जनपद सीतापुर के रहने वाले है। इनके द्वारा जनपद सीतापुर, लखनऊ एवं अन्य आस पास के जनपदो में अपनी जान पहचान के लोगो से मोनाड यूनिवर्सिटी हापुड में अपनी अच्छी जान पहचान होना बताकर तथा मोनाड यूनिवर्सिटी की फर्जी वेबसाइट पर डाले गये मो0न0 7398421963 व 7392817964 पर एडमिशन के लिए आने वाली काल को स्वयं रिसीव कर स्वंय को यूनिवर्सिटी का अधिकारिक व्यक्ति होना बताकर युवाओं को 5000 रूपये से 20000 रूपये में मोनाड यूनिवर्सिटी की विभिन्न स्ट्रीम की फर्जी स्नातक एवं परास्नातक की डिग्री एवं कम्प्यूटर के ओ लेवल का डिप्लोमा फर्जी तरीके से तैयार कर बेचा जाता हैं।
इनके द्वारा वर्ष 2018 से अब तक मोनाड यूनिवर्सिटी हापुड की 100 से अधिक मार्कशीट व डिप्लोमा इस गिरोह द्वारा फर्जी तरीके से तैयार कर बेचकर करीब 10 लाख रूपये का आर्थिक लाभ कमाया जा चुका है।
ओ-लेवल का फर्जी डिप्लोमा जारी करना बन गया गिरफ्तारी का कारण:
सदस्यों द्वारा वर्ष 2018 में मोनाड यूनिवर्सिटी की फर्जी वेबसाइट बनवाकर इसका प्रयोग किया जा रहा था। इनके द्वारा निशा तिवारी नाम की महिला को वर्ष 2018-2019 का मोनाड यूनिवर्सिटी हापुड से कम्प्यूटर का ओ-लेविल का डिप्लोमा जारी किया गया था तथा इस डिप्लोमा को यूनिवर्सिटी द्वारा ही जारी किये जाने के तथ्य को विश्वास दिलाने के लिए अपने द्वारा चलायी जा रही फर्जी वेबसाइट पर इस डिप्लोमा के एनरोलमेंट नम्बर की डिटेल अपलोड कर दी गयी थी, निशा तिवारी द्वारा अपनी सरकारी नौकरी के लिए इस डिप्लोमा का प्रयोग किये जाने पर मोनाड यूनिवर्सिटी से यह डिप्लोमा नॉट वेरीफाइड हुआ था, इसी डिप्लोमा को यूनिवर्सिटी की ओर से वेरीफाइड दिखाने के लिए यूनिवर्सिटी का फर्जी लैटर पैड तैयार कर फर्जी हस्ताक्षर कर इसे पोस्ट करने के लिए हापुड में आये थे।
कम्प्यूटर सेंटर की आड़ में करते थे फर्जीवाड़ा:
पूछताछ में सदस्यों द्वारा बताया गया कि गैंग का सरगना अमरेश वैंकटेश्वर यूनिवर्सिटी से एमफिल पास हैं तथा अमरेश एवं शिवम दोनो ही अपने अपने कम्प्यूटर सेंटर अलग अलग स्थानों पर सीतापुर में चलाते हैं। कम्प्यूटर सेंटर
चलाने के साथ साथ अमरेश द्वारा वर्ष 2017 से अपना ओसो एजुकेशनल ग्रुप बनाकर इस ग्रुप की वेबसाइट www.osoge.org बनवायी गयी हैं और वेबसाइट से भी विद्यार्थियों को गलत तरीके से पिछले शैक्षिक सत्रों की मार्कशीट की डिमांड आने पर आईटीआई, कम्प्यूटर ओ लेविल, कम्प्यूटर के अन्य डिप्लोमा तथा योगा की डिग्री विद्यार्थियों को बिना पढाये एवं बिना परीक्षा कराये ही जारी कर देता हैं। अभि० शिवम भी अपने कम्प्यूटर सेंटर के साथ महिर्ष दयानन्द शैक्षिक संस्थान की फ्रेंचाइजी लेकर विद्यार्थियों के आईटीआई एवं कम्प्यूटर डिप्लोमा में एडमिशन करके इस शैक्षिक संस्थान की डिग्री जारी कराकर उपलब्ध कराता हैं। वर्तमान में इन दोनो के द्वारा कम्प्यूटर सेंटर बन्द करके केवल पिछले शैक्षिक संस्थानो की गलत तरीके से फर्जी मार्कशीट ,डिप्लोमा जारी कराने का काम किया जा रहा हैं तथा पिछले शैक्षिक सत्रों की डिग्री जारी कर इन्हे विद्यार्थियों को प्राइवेट एवं सरकारी नौकरी में प्रयोग करने के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है।
मोनाड यूनिवर्सिटी की फर्जी वेबसाइट चलाने का कारण: अभियुक्तगण के पास अक्सर इनके द्वारा चलाये जा रहे ग्रुप की बजाय किसी यूनिवर्सिटी से डिग्री दिलाने का प्रस्ताव आता था तब अभियुक्तगण मोनाड यूनिवर्सिटी की वेबसाइट को बनवाया गया था। जनपद हापुड से जनपद सीतापुर एवं लखनऊ व इसके आस पास के जनपदों की दूरी अधिक होने के कारण अभियुक्तगण द्वारा मोनाड यूनिवर्सिटी को धोखाधड़ी कर मार्कशीट उपलब्ध के लिए चुना गया था क्योंकि दूरी अधिक होने की वजह से कोई भी व्यक्ति वहां का जल्दी से यूनिवर्सिटी में जानकारी करने के लिए नहीं आता था।
जनपद सीतापुर में है इनका केन्द्रः
दोनों अभियुक्त सीतापुर में मिलकर अपने फर्जी मार्कशीट व डिप्लोमा जारी करने के बारे में चर्चा करते थे तथा भविष्य में अपने काम करने के को अपडेट करने का प्लान बनाकर योजनाबद्ध तरीके से अपराध कर रहे थे ।
इस अपराध को कारित करने में एवं मोनाड यूनिवर्सिटी की मार्कशीट बनवाकर जारी कराने का काम दिलाने वाले गिरोह के बारे में जानकारी कर इनकी तलाश की जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि इनके पास से 2 एलसीडी मॉनीटर, 02 सीपीयू, 02 की-बोर्ड मय माउस व कलर प्रिंटर एचपी कम्पनी,3 मोबाइल फोन
5 मोनाड यूनिवर्सिटी की फर्जी मार्कशीट ,30 मार्कशीट / डिप्लोमा ओसो एजुकेशन ग्रुप एवं महिर्ष दयानन्द ऐजुकेशनल ग्रुप के 11 स्टाम्प (मोहर) मोनाड यूनिवर्सिटी सहित सरकारी एवं प्राइवेट संस्थान की ।
12 ओम इंजीनियरिंग में नौकरी के आफर लैटर, 03 अदद मोनार्ड यूनिवर्सिटी की जारी की गयी फर्जी फीस रसीद व विभिन्न कम्पनी के ब्लैक लैटर पैड एवं अन्य दस्तावेज।