गोलियां खाकर भी 200 से ज्यादा अधिकारी बनानें वालें रिंकू राही ने पास की यूपीएससी परीक्षा


हापुड़। निजामपुर स्थित आईएएस, पीसीएस कोचिंग सेंटर के केंद्र प्रभारी के पद पर कार्यरत पीसीएस अधिकारी रिंकू सिंह राही ने यूपीएससी परीक्षा पास की है। उनकी 921वीं रैंक आई है। उन्होंने 2008 में जिला मुजफ्फरनगर में समाज कल्याण अधिकारी के पद पर रहते हुए 83 करोड़ का घोटाला उजागर किया था। जिसके बाद उन्हें सात गोलियां खानी पड़ी। किस्मत अच्छी होने के कारण उनकी जान बच गई।
रिंकू सिंह राही बताते हैं कि वह वर्ष 2008 में पीसीएस अधिकारी बने थे। पहली तैनाती उन्हें जिला मुजफ्फरनगर में समाज कल्याण अधिकारी मिली थी। जिसके बाद उन्होंने विभाग में 83 करोड़ का घोटाला उजागर किया था। घोटाला सामने आने के बाद उनके विभाग के लोग ही उनकी जान के दुश्मन बन गए थे। एक दिन उन पर गोलियां चलाई गई। जिसमें उन्हें सात गोलियां लगीं। तीन गोलियां चहरे पर भी लगीं। चार गोली शरीर के अन्य हिस्सों पर लगी। किस्मत अच्छी होने के कारण उनकी जान बच गई, लेकिन एक आंख, मुंह का जबड़ा गंवाना पड़ा। उन्होंने बताया कि जिला भदोही, श्रीवस्ती और ललितपुर में भी उन्हें समाज कल्याण अधिकारी के पद पर तैनाती मिली। 2019 से हापुड़ जिले में कार्यरत हैं। 2022 में जारी हुए यूपीएससी के रिजल्ट में उनकी 683वीं रैंक आई थी, लेकिन इस बार उनकी 921वीं रैंक आई है।  

-रिंकू के पिता चलाते हैं आटा चक्की
हापुड़। रिंकू सिंह राही के पिता सौदान सिंह आटा चक्की चलाते हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा सरकारी स्कूल में हुई है। होनहार छात्र होने के कारण हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में भी उन्होंने बेहतर अंक प्राप्त किए।  इसके बाद उन्होंने बीटेक किया।

-सैकड़ों अभ्यर्थियों को यूपीएससी की कोचिंग दी
हापुड़। निजामपुर आईएएस, पीसीएस कोचिंग सेंटर के केंद्र प्रभारी रिंकू सिंह राही ने अब तक सैकड़ों अभ्यर्थियों को यूपीएससी की कोचिंग दी है। उनके मार्गदर्शन में कोचिग लेने वाले यूपीएससी, पीसीएस में 200 से अधिक अभ्यर्थी अधिकारी बन चुके हैं। इस बार के यूपीएससी के रिजल्ट में भी उनके मार्गदर्शन में कोचिंग प्राप्त करने वाले 14 अभ्यर्थी सफल हुए हैं।

Exit mobile version