सिंभावली। गन्ने के बकाया भुगतान के लिए मंगलवार को चीनी मिल के गेट पर राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन समेत अन्य किसान संगठनों की महापंचायत हुई। लेकिन मिल प्रबंधन और किसानों के बीच हुई वार्ता में कोई नतीजा नहीं निकल पाया। जिसके चलते धरना अनिश्चितकाल के लिए जारी रखने की घोषणा की गई। आगामी एक सप्ताह तक पांच किसान प्रतिदिन धरने पर बैठेंगे।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत मंगलवार को राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के जिलाध्यक्ष विरेश सिंह, भाकियू भानु जिलाध्यक्ष सरनजीत सिंह गुर्जर, राष्ट्रीय सैनिक संस्था पश्चिमी उ0प्र0 अध्यक्ष चौधरी मनवीर सिंह समेत क्षेत्र के दर्जनों गांवों के किसान मिल गेट पर एकत्र हुए। हालांकि कड़ाके की सर्दी के चलते महापंचायत में अपेक्षित भीड़ एकत्र नहीं हो सकी। पंचायत के दौरान किसानों के बुलाने पर गन्ना समिति सचिव राकेश पटेल, मिल के सीजीएम करन सिंह, गन्ना महाप्रबंधक विश्वसराज सिंह, अमानउल्ला खां, दिनेश शर्मा, केपी राणा, संजय सिंह, मनोज गोयल धरना स्थल पर पहुंचे।
जहां किसानों ने गन्ना भुगतान को लेकर वार्ता की। मुख्य महाप्रबंधक करन सिंह ने कहा कि गत पेराई सत्र के 70 करोड़ बकाया में से 18 करोड़ का भुगतान मिल इस माह कर चुकी है, बाकी 52 करोड़ रुपये का भुगतान 31 जनवरी तक करने का आश्वासन उन्हांेने किसानों को दिया, लेकिन किसान ब्याज समेत भुगतान की मांग पर अड़ गए। जिसके चलते वार्ता विफल हो गई। जिलाध्यक्ष विरेश सिंह ने बताया कि आगामी एक सप्ताह तक धरना लगातार जारी रहेगा, जिसमें प्रतिदिन पांच किसान शामिल होंगे। इसके बाद सरदार वीएम सिंह के निर्देश पर अग्रिम रणनीति बनाई जायेगी।
संयुक्त मोर्चा का गठन न होने पर हटे अन्य संगठन
महापंचायत में मिल प्रबंधन से वार्ता विफल होने के बाद भाकियू भानु समेत अन्य संगठनों ने संयुक्त मोर्चे का गठन कर आंदोलन जारी रखने की बात उठाई। लेकिन विरेश सिंह ने सरदार वीएम सिंह के नेतृत्व में ही आंदोलन जारी रखने की बात कही। अन्य संगठनों के कार्यकर्ताओं ने किसी एक संगठन के बैनर तले आंदोलन से इंकार कर दिया। संयुक्त मोर्चा का गठन न होने के चलते अन्य संगठन के कार्यकर्ता भी वापस लौट गए।
इस मौके पर अशोक ढींगरा, डॉ0 दयाप्रकाश, सुधीर चौधरी, सोमपाल, वीरपाल सिंह, सुरेन्द्र सिंह, सुवीश त्यागी, अमित त्यागी, अजय त्यागी, रोहित मोरल, संजीव गुर्जर, कृष्णवीर सिंह गब्बर, आदेश गुर्जर समेत अन्य लोग मौजूद रहे।