हापुड़। महावीर विनोद राणा 13 अगस्त से 25 अगस्त को स्वीडन में होने वाली वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत की तरफ से प्रतिनिधित्व करेंगे।
हम आपको ऐसे खिलाड़ी के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसने राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं बल्कि विश्व स्तर पर, विश्व के तमाम रिकॉर्ड्स तोड़ते हुए इतिहास रच डाला। महावीर विनोद राणा का नाम तो सुना होगा। जी हां महावीर विनोद राणा जिन्हे आज भारत का दूसरा “एकलव्य” भी कहते हैं। आप लोग सोच रहे होंगे कि एकलव्य कैसे हुए? एकलव्य एक ऐसे धनुर्धर हुए है जिन्होंने गुरु द्रोणाचार्य की मूर्ति बनाकर धनुर्धर बनने की विद्या सीखी। विश्व का सबसे बड़ा धनुर्धर ना बन जाए। इसीलिए द्रोणाचार्य ने एकलव्य का अंगूठा मांग लिया। इस आधुनिक युग में भी ऐसे खिलाड़ी हुए हैं जिन्होंने बिना गुरु के भी इतिहास रचा है जिन्हें हम आज महावीर विनोद राणा के नाम से जानते हैं। महावीर विनोद राणा जिन्होंने एक नहीं विश्व स्तर पर 6-6 विश्व रिकॉर्ड कायम किए हैं। सबसे पहले ईरान और इंडोनेशिया के खिलाड़ी को हराकर विश्व चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया था। इसके बाद महावीर विनोद राणा ने थाईलैंड में थाईलैंड के खिलाड़ियों को हराकर वर्ल्ड रैंकिंग का खिताब अपने नाम किया था। और अभी हाल में 11000 और 20000 पुशअप लगाकर विश्व के सारे रिकॉर्ड तोड़ डालें। आपको बता दे की महावीर विनोद राणा भी ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जिनमें कोई गुरु नहीं रहा फिर भी अपनी लगन और मेहनत से इतिहास र रच डाला। महावीर विनोद राणा ने 13 फरवरी से लेकर 17 फरवरी तक पूना में होने वाले वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया और अब महावीर विनोद राणा 13 अगस्त से लेकर 17 अगस्त तक स्वीडन में होने वाली वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत की तरफ से प्रतिनिधित्व करेंगे।