मिड-डे मिल की गुणवत्ता, साफ-सफाई पर नजर रखेगी महिला समूह

हापुड़। परिषदीय स्कूलों में बच्चों को परोसे जाने वाले मिड-डे मील पर अब मां समूह की भी नजर रहेगी। भोजन की गुणवत्ता के साथ ही बच्चों को खाना परोसने के तौर-तरीकों और साफ-सफाई का भी ध्यान रखा जाएगा। इसके लिए बीएसए की ओर से स्कूलों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। सभी स्कूलों में छह सदस्यीय वाली महिला समूह का गठन किया जाएगा। जो विशेष तौर पर मिड-डे-मील की गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए बच्चों को बेहतर गुणवत्ता का भोजन उपलब्ध कराने का काम करेंगी।

जिले में 450 परिषदीय स्कूल संचालित हो रहे हैं, जिसमें करीब 80 हजार से अधिक विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इन सभी बच्चों को दोपहर के समय अलग-अलग दिनों में मिड-डे-मील परोसा जाता है। महिला समूह में विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों की मां होगी। यह समूह नियमित भोजन की निगरानी करेगा। परिषदीय स्कूलों में बच्चों को भोजन देने के लिए शासन की ओर से बकायदा मैन्यू तैयार किया गया है। हर दिन अलग-अलग तरह के भोजन पकाकर बच्चों को दिया जाता है।

शासन भोजन की गुणवत्ता को लेकर काफी गंभीर है, लेकिन स्कूलों में इसे लेकर मनमानी की जाती है। मेन्यू को दरकिनार किया जाता है। इसकी शिकायतें भी प्रतिदिन मिलती है। प्रतिदिन एक महिला विद्यालय जाकर मिड-डे-मील को चखेगी। इसके लिए बकायदा रोस्टर भी तैयार किया जाएगा। भोजन पकाने और परोसने की विधि को देख रिपोर्ट खंड शिक्षा अधिकारी को भी भेजी जाएगी।

बीएसए अर्चना गुप्ता ने बताया कि मध्याह्न भोजन योजना के तहत परिषदीय स्कूलों में गुणवत्ता देखने के लिए यह प्रयोग किया जा रहा है। मां समूह का गठन होने से मिड-डे मील की गुणवत्ता तो बेहतर होगी ही साथ ही बच्चों को भी बेहतर भोजन मिल सकेगा।

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