हापुड़ । उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ हापुड़ के पदाधिकारियों और सदस्यों ने शिक्षकों की समायोजन सूची में विसंगतियों का आरोप लगाते हुए कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। साथ ही समस्याओं का निराकरण कर समायोजन की प्रक्रिया आगे बढ़ाने की मांग की गई।
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ हापुड़ के अनेक पदाधिकारी और सदस्य शनिवार दोपहर एकत्रित होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां उन्होंने प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों के समायोजन की जारी सूची में विसंगतियों का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने बताया कि बिना प्रधानाध्यापकों के
विद्यालय की परिकल्पना नहीं की जा सकती। सूची में प्रधानाध्यापकों को भी सर प्लस दर्शाया गया है जोकि शिक्षक के हित में उचित नहीं है। समायोजन का आधार 30 जून 2024 की छात्र संख्या को बनाया गयसा है। अब से पूर्व की समायोजन प्रक्रियाओं में 30 सितंबर की छात्र संख्या को आधार बनाया जाता रहा है। इसलिए 30 सितंबर की छात्र संख्या को ही आधार
बनाया जाए। बहुत सारे शिक्षकों की ई सर्विस बुक में विवरण त्रुटिपूर्ण अंकित है। कई बार विभाग में सूचना देने के बाद भी विवरण को सही नहीं किया गया है। जिसके कारण जूनियर स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों के नाम भी प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों की सूची में आ गए हैं। इसलिए समस्याओं का निराकरण कराने के उपरांत ही समायोजन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की मांग की गई है।
प्रदर्शन में देवेंद्र शिशौदिया, नीरज चौधरी, सतेंद्र सिसौदिया, राशि हुसैन, अमित भाटी, बलराज, अंशु सिद्ध, आनंद सैनी, नाजिम, स्वेता, मनोज कुमारी, उपमा श्रीवास्तव, रेनू चौधरी, स्वेता रही।