रेलवे की जमीन पर बनें मकान होगें ध्वस्त, मकानमालिकों को भेजा नोटिस

हापुड़। पिलखुवा में रेलवे की जमीन में बने 40 मकानों को चिन्हित कर रेलवे के अधिकारियों ने मकानों को नोटिस देने शुरू कर दिए हैं। हालांकि, इससे पहले भी उक्त मकानों पर नोटिस चस्पा किए जा चुके हैं। यह सभी मकान तीन से पांच साल पुराने बने हुए हैं।

रेलवे के अधिकारी के अनुसार 40 से मुरादाबाद से दिल्ली तक रेलवे अपनी भूमि की चहारदिवारी कार्य चल रहा है। वहीं, शहर में भी चहारदिवारी का अधिक मकान रेलवे की भूमि में बने हुए हैं, या अतिक्रमण किया हुआ है। पूर्व में रेलवे द्वारा ऐसे मकानों को चिन्हित कर नोटिस दिए गए थे। लेकिन मकान स्वामियों ने रेलवे की भूमि को कब्जा मुक्त नहीं किया। रेलवे द्वारा अब फिर से नोटिस दिए जा रहे हैं। वहीं, ये मकान तीन से पांच साल पुराने बने हुए है। रेलवे के कार्य निरीक्षक वीके त्यागी ने बताया कि रेलवे द्वारा सरकारी जमीन की चहारदिवारी कराई जा रही है। पिलखुवा में अब तक 40 लोगों को चिन्हित किया जा चुका है, जिनके द्वारा रेलवे की भूमि पर अवैध कब्जा किया हुआ है। उक्त लोगों के मकान पर पूर्व में नोटिस चस्पा किए थे। लेकिन उनके द्वारा अभी तक भूमि को कब्जा मुक्त नहीं किया गया है। जिन्हें नोटिस भेजने की कार्रवाई की जा रही है। अगर ये स्वयं कब्जा नहीं हटाया तो अवैध निर्माण को ध्वस्त किया जाएगा।

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