डेंगू से डरनें की नहीं, बल्कि सावधानी की आवश्यकता है – डाक्टर पराग शर्मा
हापुड़। आरोग्य हॉस्पिटल के चेयरमेन डाक्टर पराग शर्मा ने कहा कि जैसा कि देखा जा रहा है , आज कल डेंगू के मरीजो की संख्या मैं वृद्धि हो रही है , ज़रूरी हो रहा है की सभी लोगो को डेंगू के बारे जागुक एवं जानकारी होना ज़रूरी है
डेंगू एडिस मच्छर के काठने से होता है , जो की अकसर दिन के समय मैं काटता है , मौसम भी बदल रहा है इसलिए जब भी बाहर जाये पूरे बाज़ू के कपड़े पहले , ख़ासकर जब बच्चे बाहर खेलने जाते हो उन्हें पूरे बाज़ू के कपड़े पहना कर ही बाहर भेजे
अपने आस पास पानी जमा न होने दे क्योंकि डेंगू का मच्छर रुके हुए पानी मैं ही पनपता है
डेंगू के लक्षण: तेज बुख़ार , कमर मैं दर्द , हाथ पैरो मैं तेज़ दर्द सर मैं एवं आँखों के पीछे दर्द , कमज़ोरी
डेंगू के लक्षण होने पर क्या करे: अधिक से अधिक मात्रा मैं तरल पदार्थ जैसे ओ आर एस , शिकंजी , नारियल पानी का सेवन करे , ,बुख़ार के लिए घर पर सिर्फ़ पैरासिटामोल ले सकते है , कोई दर्द निवारक दवाई ना ले , विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श करे
डेंगू एवं प्लेटलेट्स : : डेंगू मैं तीसरे – चौथे दिन प्लेटलेट्स का गिरना एवं लिवर मैं सूजन आनी , पेट मे छाती मैं पानी भरना शुरू हो जाता ही है , सातवें आठवें दिन प्लेटलेट्स स्वतः ही बढ़ने शुरू हो जाते है , इसमें कीवी , बकरी का दूध , गिलोय आदि का कोई योगदान नहीं होता , अगर समझदारी से इलाज किया जाये तो बहुत ही आसानी से मरीज़ो को ठीक किया जा सकता है , अधिकतम मरीज़ो मैं ( 99%) मैं प्लेटलेट्स चढ़ाने की कोई ज़रूरत नहीं होती , ज़रूरी है क्वालिफाइड चिकित्सक की देख भाल मैं अपना इलाज कराये
कहा ज़रूरत होती है प्लेटलेट्स चढ़ाने की: डेंगू हैमरेजिक फीवर अथवा शॉक सिंड्रोम जो की बहुत दुर्लभ ( 1% से भी कम ) मरीज़ों मैं देखने को मिलता है उनके गहन चिकित्सा एवं प्लेटलेट्स चढ़ाने की ज़रूरत होती है
प्लेटलेट्स के बारे मैं डर या भ्रम ना पाले
डॉ पराग शर्मा
सीनियर कंसलटेंट फिजिशियन
आरोग्य हॉस्पिटल , हापुड़