स्वामी विवेकानंद एक संत ही नही थे बल्कि वे एक महान देशभक्त,प्रखर वक्ता विचारक एवं मानवप्रेमी भी थे -माधव बंसल, डॉ राजेश्वर सिंह,अनिल वाजपेयी

स्वामी विवेकानंद एक संत ही नही थे बल्कि वे एक महान देशभक्त,प्रखर वक्ता विचारक एवं मानवप्रेमी भी थे -माधव बंसल, डॉ राजेश्वर सिंह,अनिल वाजपेयी

 

हापुड़ 

एलायंस क्लब हापुड़ सर्वोत्तम के तत्वावधान में यहां दिल्ली रोड स्थित मालाबार में स्वामी विवेकानंद जयंती धूमधाम के साथ मनाई गई।

अध्यक्ष माधव बंसल ने कहा स्वामी विवेकानंद एक संत ही नही थे बल्कि वे एक महान देशभक्त,प्रखर वक्ता विचारक एवं मानवप्रेमी भी थे।

सचिव डा राजेश्वर सिंह एवं कोषाध्यक्ष अरुण अग्रवाल ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का विश्वास था कि भारतभूमि धर्म एवं दर्शन की पुण्यभूमि है यह त्याग सेवा एवं निष्काम कर्म की भूमि है।

इंटरनेशनल प्रोग्राम चेयरपर्सन डा अनिल बाजपेई ने कविता के माध्यम से कहा , ” अमरीका जाकर बही,ज्ञान समीर सुगंध!
भारत मां तब कह उठी,धन्य विवेकानंद!!
पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर डा आराधना बाजपेई ने कहा, कि स्वामी विवेकानंद अद्वितीय थे वे ईश्वर के प्रतिनिधि थे और सब पर प्रभुत्व प्राप्त कर लेना उनकी विशिष्टता थी।
मल्टीपल चेयरमैन राकेश माहेश्वरी एवं विनोद गुप्ता ने रवींद्रनाथ टैगोर का उद्धरण देते हुए कहा कि यदि हम भारत को जानना चाहते हैं तो हमें विवेकानंद को पढ़ना चाहिए।
महावीर वर्मा मधुर ने कहा स्वामी विवेकानंद ने शिकागो के सम्मेलन में भाषण देकर भारत मां का मस्तक ऊंचा कर दिया था।
सुनील शर्मा, रविंद्र सिंघल,अजय बंसल, प्रमोद जिंदल,सुनील गोयल,दिनेश माहेश्वरी,राजेंद्र गर्ग,अमित रस्तोगी,ने भी विचार व्यक्त किए।

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