समूहों के आर्थिक शक्ति करण की दिशा में आ रही बाधाओं को दूर करें प्रधान: मनीष कुमार

समूहों के आर्थिक शक्ति करण की दिशा में आ रही बाधाओं को दूर करें प्रधान: मनीष कुमार

हापुड़

हापुड़: स्वयं सहायता समूहों की स्थिति अभी भी काफी कमजोर है, विशेषकर आर्थिक रूप से। समूहों को सामाजिक और आर्थिक रूप से मजबूत करने और ग्राम पंचायत के विकास की मुख्य धारा से उनको जोड़ने की जरूरत है। यह विचार सोमवार को सिंभावली विकास खंड में आयोजित प्रशिक्षण में उप निदेशक पंचायत मेरठ मंडल मेरठ ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि समूहों के आर्थिक विकास में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए ग्राम प्रधान सार्थक प्रयास करें।इससे ग्राम पंचायतों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। ग्राम पंचायतें रोजगार युक्त बनेंगी। लोगों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी। जीवन स्तर अच्छा होगा। प्रशिक्षण में उप निदेशक ने ग्राम पंचायतों में सतत विकास लक्ष्य खासकर 9 थीमो पर चर्चा की और उसके लक्ष्यों को हासिल करने पर बल दिया। ग्राम पंचायत विकास योजना और ग्राम पंचायत में चल रही योजनाओं में सहभागिता बढ़ाने के लिए ग्राम प्रधानों और स्वयं सहायता समूहों को प्रेरित किया। कार्य क्रम की शुरुआत उप निदेशक ने दीप प्रज्वलित करके किया। इस अवसर पर खंड विकास अधिकारी हरित कुमार, डीसी एनआरएलएम आशा देवी, सहायक विकास अधिकारी पंचायत शिवम पांडे, डीपीआरसी के उप प्राचार्य हर किरत सिंह, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के डी सी गोपाल राय ने भी समूहों और पंचायतों के शशक्ति करण पर प्रकाश डाला। मास्टर ट्रेनर अमित तोमर,कविता शर्मा, पिंकी शर्मा ने पंचायती राज और स्वयं सहायता समूहों के सभी विषयों पर गहनता से प्रकाश डाला। इस प्रशिक्षण का आयोजन पंचायती राज प्रशिक्षण संस्थान लखनऊ और डीपीआरसी हापुड की ओर से किया गया। प्रशिक्षण दो दिन का है। अन्य विकास खंड में भी इसी तरह का दो दिवसीय प्रशिक्षण होगा।

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