लाठीचार्ज के विरोध में वकीलों ने मुख्य सचिव व डीजीपी का फूंका पुतला,की नारेबाज़ी
हापुड़।
हापुड़ में हुए वकीलों पर लाठीचार्ज का विरोध अधिवक्ताओं में जारी है। मंगलवार को अधिवक्ताओं ने कचहरी प्रांगण में यूपी के मुख्य सचिव और डीजीपी का पुतला दहन किया। इसके बाद जमकर नारेबाजी की। अधिवक्ताओं का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी तब तक यह धरना जारी रहेगा।
25 अगस्त को एक कार में सवार होकर एक महिला अधिवक्ता अपने पिता समेत 2 लोगों के साथ हापुड़ से गाज़ियाबाद की तरफ जा रही थी। जब वह गढ़ रोड पर एक होटल के समीप पहुंची तो आरोप है कि एक सिपाही ने अपनी लेपर्ड बाइक से उनकी कार में टक्कर मार दी।
महिला अधिवक्ता से सिपाही पर अभद्र व्यवहार करने का भी आरोप लगाया। वहीं, रेलवे रोड चौकी पर तैनात सिपाही मोहन का आरोप है कि वह ड्यूटी करते हुए थाने की ओर जा रहा था। तभी एक कार ने हॉर्न ने बजाया। जिस पर उसने हाथ हिलाते हुए सड़क खाली का इशारा किया। लेकिन कार चालक ने कार रोक दी।
जिसमें सवार एक व्यक्ति और महिला द्वारा उसके साथ मारपीट की गई और सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न की गई। पीड़ित सिपाही की तहरीर पर पुलिस ने महिला अधिवक्ता व उसके पिता पर सरकारी कार्य में बाधा डालने सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। जिसके बाद 29 अगस्त को वकील धरना प्रदर्शन कर रहे थे। तभी उन पर लाठीचार्ज कर दिया गया था। जिसको लेकर आक्रोश है।
बार एसो. अध्यक्ष बोले- अधिवक्ताओं का शोषण बर्दाश्त नहीं बार एसोसिएशन अध्यक्ष ऐनुल हक ने बताया कि किसी भी सूरत में अधिवक्ताओं का शोषण नहीं होने दिया जायेगा। जब तक वकीलों को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। वहीं क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर पुलिस ने कड़े प्रबंध किए हैं।