2 अप्रैल 2018 दर्ज मुकदमों की वापसी को लेकर 2 अप्रैल संघर्ष समिति का गठन,विकास दयाल बनें अध्यक्ष


हापुड़। हापुड़ के मोहल्ला गणेशपुरा स्तिथ पुस्तकालय पर 2 अप्रैल 2018 के पीड़ितों द्वारा उत्तर प्रदेश सहित देश के 16 राज्यों की ऑनलाइन माध्यम से और पुस्तकालय पर समिति के गठन हेतु आमसभा कर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 को लेकर हुए 2 अप्रैल 2018 लोकतांत्रिक आन्दोलन में शामिल प्रबुद्ध और समाजसेवी लोगों सहित दलित समाज के हजारों युवाओं पर फर्जी मुकदमे लगा दिए जाने के कारण हुई पीड़ा को खत्म कराने हेतु व ऐसे सभी मुकदमों को वापस कराने के लिये एक 2 अप्रैल संघर्ष समिति का गठन सभी साथियो की सहमती से हुआ। जिसमें पिछले तीन सालो से लगातार मुक़दमे वापसी की आवाज़ को बुलन्द कर रहे वरिष्ट समाजसेवी विकास दयाल को समिति का अध्यक्ष और मुख्य संयोजक बनाया गया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनोद सागर और मोनू कुमार बने।
आशु चौधरी को मुजफ्फरनगर से, ललित कुमार को हापुड़ से, देसराज को गाज़ियाबाद से, अभिषेक को मेरठ से, अजयवीर को मुरादाबाद से, अरविन्द को बरेली से, आज़मगढ़ से बांके को, संयोजक बना जिम्मेदारी के साथ लोकेश अकेले को समिति का कोषाध्यक्ष सहित चौधरी राहुल एडवोकेट को आरटीआई सेल से अध्यक्ष नामित किया गया। डॉ प्रीतम को मीडिया प्रभारी बनाया साथ ही नामित संयोजक समिति में सचिव की भूमिका भी अदा करेंगे।
सभा में य़ह भी प्रस्ताव पास हुआ आगामी और पूर्व की 2 अप्रैल 2018 के मुकदमों की वापसी की लड़ाई 2 अप्रैल संघर्ष समिति के तत्वावधान में लड़ी जाएगी और जब तक मुक़दमे वापस, शहीदों को न्याय, परिवार के सदस्यों को आर्थिक सहायता ना मिल जाए तब समिति हर सम्भव लोकतांत्रिक लड़ाई जारी रखेगी।
इस अवसर पर जगत सिंह, राहुल सागर, लोकेश अकेले, अनुराग कुमार, राहुल गौतम, कैलाश हल्द्वानी, पंकज सागर, टी पी सिंह, मोनू जाटव, नितिन कुमार, ललित कुमार असौडिया, अजय सिंह, सतीश गौतम, अरविन्द सिंह, बांके आज़मगढ़, राजीव यादव, आदि साथी मौजूद रहे।

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