हापुड़। ब्रजनाथपुर चीनी मिल के बाद सोमवार को अब सिंभावली चीनी मिल में भी पेराई सत्र समाप्त हो जायेगा। दोनों मिलों पर किसानों का 480 करोड़ रुपये बकाया है। जिला प्रशासन ने सिंभावली मिल को हर महीने 50 और ब्रजनाथपुर मिल को 20 करोड़ का भुगतान करने के आदेश दिए हैं। ऐसे में इस सत्र का किसानों को भुगतान 8 से 10 महीने के बीच ही किया जा सकेगा।
जिले के करीब 90 हजार किसान गन्ने की खेती करते हैं। करीब 43 हजार हेक्टेयर रकबे में फसल उगाई गई थी। दोनों मिलों पर किसान इस सत्र में करीब 190 लाख क्विंटल गन्ने की सप्लाई कर चुके हैं। ब्रजनाथपुर चीनी मिल 10 अप्रैल को ही बंद हो चुकी है। ऐसे में सिंभावली चीनी मिल प्रबंधन ने भी पेराई सत्र समाप्त करने की घोषणा कर दी है।
बीते कई दिन से किसानों को बिना पर्ची गन्ना सप्लाई करने की छूट दी हुई है। ताकि किसानों का खेतों में खड़ा गन्ना मिल पहुंच जाए। सोमवार को अंतिम पेराई होगी, खेतों में भी गन्ना समाप्त ही हो चुका है। इस सत्र का अब तक 160 करोड़ रुपये ही भुगतान किया जा सका है। बाकि 480 करोड़ रुपये अभी भी बकाया है।