सरकारी स्कूल में हेडमास्टर द्वारा बच्चे की पिटाई व महिला टीचर्स के साथ अशोभनीय हरकत करनें के मामले में जांच करनें आई महिला अधिकारी व टीचर्स के साथ किया अभद्र व्यवहार,बनाई वीडियो

बीएसए ने डीएम को भेजी रिपोर्ट, हंगामा

हापुड़।

जनपद के एक बेसिक विभाग के प्राथमिक विद्यालय में हेडमास्टर द्वारा एक महिला शिक्षक के साथ छेड़छाड़ व अशोभनीय टिप्पणी
व एक बच्चें की पिटाई की शिकायत को लेकर जांच के लिए स्कूल पहुंची महिला शिक्षा अधिकारी से अभद्रत व्यवहार व बाहरी व्यक्ति से वीडियो बनवानें के मामलें में बीएसए ने डीएम को रिपोर्ट भेज कार्यवाही की बात कही।

जानकारी के अनुसार हापुड़ ब्लाक के गांव कस्तला नं में संजीव त्यागी प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात हैं। स्कूल में तैनात एक महिला अध्यापक ने हेडमास्टर पर छेड़छाड़ व अशोभनीय व्यवहार की शिकायत बीएसए से की थी। मामलें में बीएसए रितु तोमर ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाकर रिपोर्ट देनें के निर्देश दिए थे।

स्कूल सूत्रों के अनुसार आरोप हैं कि हेडमास्टर ने शुक्रवार को एक बच्चें पूरब की पिटाई कर दी थी,जिसकी शिकायत खंड शिक्षा अधिकारी से की गई थी।

खंड शिक्षा अधिकारी रचना सिंह ने बताया कि शुक्रवार को वह स्कूल में जांच करनें गई,तो उन्होंने हेडमास्टर से बच्चे के पिता को बुलानें को कहा,जिस पर हेडमास्टर किसी बाहरी व्यक्ति को फर्जी पिता बनाकर लेकर स्कूल में ले आया । बच्चे द्वारा उक्त व्यक्ति को पिता ना मानने पर वह व्यक्ति अभद्रता करनें लगा और वीडियों बनानें लगा। जिसका उन्होंने विरोध किया। ज्यादा हंगामा करनें पर वह स्कूल से आ गई और बीएसए को घटना की रिपोर्ट दी। पीड़िता शिक्षिका ने आरोप लगाते हुए कहा कि खंड शिक्षा अधिकारी के जानें के बाद हेडमास्टर ने उन्हें व अन्य स्टाफ को अलग अलग क्लास में बंद करके वीडियो बनाई और अभद्रता की। जिसकी शिकायत उन्होंने बीएसए से की।

इस संबंध में बीएसए रितु तोमर ने बताया कि मामलें में घटना की जानकारी डीएम को देते हुए हेडमास्टर को स्कूल से हटाकर जांच के निर्देश दिए हैं। रिपोर्ट आनें पर आरोपी हेडमास्टर के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी।

उल्लेखनीय हैं कि ऐसे ही एक मामला धौलाना ब्लांक के हसनपुर गांव स्थित सरकारी स्कूल में हेडमास्टर द्वारा एक महिला शिक्षक का शोषण करनें को लेकर डीएम द्वारा गठित टीम की रिपोर्ट के बावजूद भी आठ महीनें बीत जानें पर भी कोई कार्यवाही हेडमास्टर के विरुद्ध नहीं की गई। पीड़िता के परिजनों ने मामलें की शिकायत महिला आयोग में भी कर रखी हैं।

Exit mobile version