हापुड़ (अमित अग्रवाल मुन्ना)।
जून माह में पड़ रही भीषण गर्मी में बंदर व कुत्तोंं खंूखार हो गये है। सोमवार सुबह घर के बाहर रोड़ पर खेल रहे एक बच्चें को कुत्तों के एक झुंड ने घेरकर हमला कर दिया। बच्चें के शरीर पर पांच जगह काटकर दो जगह का मांस उखाड़ दिया। जिस कारण बच्चें को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया गया हैं। लोगों ने कुत्तों व बंदरों को पकड़ने की मांग नगर पालिका से की हैं।
जानकारी के अनुसार हापुड़ के रेलवें रोड़ स्थित रामगंज निवासी रविन्द्र त्यागी का पुत्र देवांक त्यागी (10) सोमवार सुबह अपने दोस्तों के साथ घर के बाहर खेल रहा था, तभी कुत्तों के एक झुंड ने देवांक पर हमला कर दिया और शरीर पर पांच जगह काटा तथा दो जगह का मांस उखाड़ दिया।
बच्चें की चीख-पुकार की आवाज सुनकर वहां से गुजर रहे लोगों ने तुरन्त ही बच्चे को बचाया और परिजनों को सूचित कर अस्पताल भिजवा दिया।
पीड़ित बच्चें के पिता रविन्द्र त्यागी ने बताया कि शहर में चारों तरफ कुत्तों का आंतक है। रामगंज में भी चारों तरफ सड़कों पर कुत्ते हैं। उन्हें पकड़वानें के लिए अनेक बार नगर पालिका में शिकायत दर्ज करवा चुके हैं, परन्तु कोई सुनवाई नहीं होती हैं।
उल्लेखनीय है कि जून माह में पड़ रही गर्मी में कुत्ते व
बंदर इतने उग्र हो गये है। कि गली मोहल्लों व गांवों में लोगों को देखते ही उनके पीछे भागने लगते है। और मौका मिलते ही लोगों पर हमला कर देते है। कुत्तों के हमलों से बचने के लिए लोग भागते समय वाहनों की चपेट में आकर
भी घायल भी हो जाते है।
बंदरों व कुत्तों के खूंखार होने के कारण बुजुर्ग व बच्चों ने
अपने घरों से निकला तक बंद कर दिया है। बुलन्दशहर रोड स्थित मोहल्ला
छज्जूपुरा में कुतिया द्वारा अब तक कई लोगों को काट लिया है। लोगों को डंडा लेकर अपने घरों से निकलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
नपा अधिकारियों ने लगाई गुहार
बंदर व कुत्तों को पकडऩे के लिए लोग प्रतिदिन नगर पालिका परिषद पहुंचकर
अधिकारियों से गुहार लगा रहे है। लेकिन अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। ऐसा लगता है,कि किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रही है।
कुत्ते व बंदर काटने के मरीज बढ़े
सरकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अधीक्षक डा.दिनेश खत्री ने बताया कि
सर्दी में कुत्तों व बंदर काटने के मरीज अधिक संख्या में रेबीज का
इंजेक्शन लगवाने आ रहे है। प्रतिदिन 100-150 से लोग रेबीज का इंजेक्शन
लगवाने अस्पताल में आ रहे हैं।
पशु चिकित्साधिकारी डा.जितेन्द्र गुप्ता ने बताया कि गर्मी बढऩे के कारण बंदर व कुत्तों में रेबीज बढऩे कारण आक्रमक हो जाते है। बंदरों को
खाने को कुछ नहीं मिलने के कारण उनके चिड़चिड़ापन होने के कारण भी लोगों
को काटते है।