गन्ने का मूल्य न बढ़ाए जाने के विरोध में भाकियू कार्यकर्ताओं का कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन

प्रदेश सरकार पर लगाया मनमानी का आरोप, मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया

हापुड़। गन्ना मूल्य न बढ़ाए जाने के विरोध में मंगलवार को भाकियू कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय का घेराव कर जोरदार धरना प्रदर्शन किया। सरकार पर किसान विरोधी नीतियां बनाने का आरोप लगाया। पर्चियों पर शून्य बैलेंस लिखा जाने का भी कड़ा विरोध किया गया।

भाकियू के जिलाध्यक्ष दिनेश खेड़ा ने कहा कि किसानों से साढ़े तीन रुपये/किलोग्राम की दर से गन्ना खरीदा जा रहा है। देश में किसी भी चीज का इतना सस्ता दाम नहीं है। सात साल में सरकार ने सिर्फ 25 रुपये ही गन्ने पर बढ़ाए हैं। किसानों का जमकर उत्पीड़न किया जा रहा है, इसे अब बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।

उन्होंने कहा कि खेतों में निराश्रित पशु फसलों को चट कर रहे हैं, चुनावी घोषणा में किसानों को निःशुल्क बिजली देने की घोषणा की गई थी। लेकिन अब फ्री बिजली तो दूर नलकूपों पर मीटर लगाए जाने का प्रयास किया जा रहा है। फसलों के उचित लाभकारी मूल्य के लिए स्वामीनाथ आयोग की रिपोर्ट को केन्द्र सरकार द्वारा लागू किया जाना चाहिए।

आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मुकदमों को नियत समयावधि तक समाप्त किया जाये। किसान परिजनों को स्वास्थ्य योजनाओं के अन्तर्गत लाया जाए। विकसित देशों की तरह खाद, बीज व कीटनाशक के क्षेत्र समेत अन्य क्षेत्रों में किसानों के नाम पर उद्योगों को दी जा रही सब्सिडी सीधे किसानों को दी जाए। सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए रूफ टॉप सब्सिडी दी जाए और किसानों को इसके लिए प्रोत्साहित किया जाये।

ज्ञापन सौंपने वालों में चौधरी श्याम सिंह, कुंवर खुशनूद, शाहिद खां, आरिफ खां, गुलजार खां, हबीब खां, ममता शर्मा, पूनम शर्मा, रेनू ठाकुर, सरिता देवी, संुदर त्यागी, इंसाफ अली आदि मौजूद रहे।

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