हापुड़।
थाना सिंभावली क्षेत्र के एक गांव में असंभव होने वाली बात संभव होती नजर आई। जहां एक व्यक्ति ने अलग अलग तीन अस्पतालों के चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। चिकित्सक की बात सुनकर व्यक्ति के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। मेरठ से घर लाते समय अचानक व्यक्ति के शरीर में प्राण आ गए और उसने उठ कर पानी मांगा। व्यक्ति का जिंदा पाकर स्वजन काफी उत्साहित हुए। उक्त मामला सिंभावली में चर्चाए का विषष बना हुआ है।
जिंदगी हो तो मौत भी दस्तक देकर उल्टे पांव लौट जाती है। ऐसा ही वाकया सिंभावली के एक मुहल्ले में हुआ। यहां मोहल्ला सैफी कालोनी निवासी रफीक की पिछले कई दिनों से हालत खराब चल रही थी। शुक्रवार को उनको स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां चिकित्सकों ने उसे रेफर कर दिया। इसके बाद स्वजन उसे मेरठ के निजी चिकित्सालय में ले गए। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया और शव को घर ले जाने की सलाह दी। लेकिन स्वजन का मन नहीं माना और वह एक बाद दो अन्य चिकित्सकों के व्यक्ति को लेकर गए। लेकिन तीनों ही चिकित्सकों ने उनको मृत घोषित कर घर जाने के लिए कहा। स्वजन शव को घर ले आ रहे थे। व्यक्ति की मौत की खबर रिश्तेदारों को दे दी गई। जानकारी पर शोक संवेदना व्यक्त करने आस पास के रिश्तेदार और मुहल्लेवासी भी पहुंच गए। लेकिन जैसे ही स्वजन मृतक का शव क्षेत्र के गांव नवादा के निकट लेकर पहुंचे तो अचानक मृत उठ गया और पानी मांगने लगा। इस सीन को देखकर गाड़ी में मौजूद सभी लोग घबरा गए। लेकिन चिकित्सकों ने जिसको मृत बताया था अब वह पूरी तरह स्वस्थ है।