गढ़मुक्तेश्वर। उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा के जल स्तर में बढ़ोतरी हो रही है। पिछले 24 घंटे में गंगा का जलस्तर 14 सेंटीमीटर बढ़ा गया है। गंगा तट के गांवों में रहने वाले ग्रामीणों में बेचौनी देखने को मिल रही है।
पहाड़ी इलाकों में लगातार बारिश होने के कारण गंगा नदी के जल स्तर में बढ़ोतरी होने के कारण गंगा नदी के जल स्तर में बढ़ोतरी होने का सिलसिला जारी है। बिजनौर बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण पिछले 24 घंटे में 14 सेंटीमीटर जल स्तर में बढ़ोतरी हुई है।
बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार बुधवार की शाम में गेज के आधार पर 196.86 जलस्तर था, लेकिन बृहस्पतिवार की शाम तक जल स्तर बढ़कर 197 मीटर तक पहुंच गया। खादर क्षेत्र के गांव कुदैनी की मढैया के लोगों को चिंता सता रही है।
ग्रामीणों ने बताया कि जल स्तर में बढ़ोतरी होने से सबसे पहले कुदैनी की मढैया में जल पहुंचता है, जिससे रास्तों पर भी जलभराव हो जाता है। वहीं किसानों ने बताया कि गन्ने की खेती की बुवाई शुरु की है, यदि जल स्तर बढ़ता है, तो मेहनत पर पानी फिर सकता है।
खादर क्षेत्र के ये गांव होते हैं प्रभावित
जल स्तर बढने पर गांव कुदैनी की मढैया, भगवंतपुर, नयागांव, इनायतपुर, गड़ावली नयाबांस, काकाठेर, शाकरपुर में जलभराव हो जाता है। जिससे पशु पालकों के लिए चारे की व्यवस्था भी नहीं बन पाती है। साथ ही किसानों को चूल्हे जलाने के लिए बने बिटौरे और ईंधन भी खराब हो जाता है। जिससे किसानों को भारी समस्या का सामना करना पड़ता है।
हर वर्ष खादर के किसानों को इस तरह की परेशानियों से जूझना पड़ता है। किसानों का कहना है कि खेतों में पानी पहुंचने के बाद फसलें नष्ट हो जाती हैं, लेकिन उनका मुआवजा नहीं मिल पाता है। इस बार बेमौसम बारिश के कारण बाढ़ जैसा डर सताने लगा है। एसडीएम अंकित कुमार वर्मा ने बताया कि फिलहाल जल स्तर सामान्य स्थिति में हैं। कोई परेशानी नहीं है। यदि कोई जल स्तर अधिक बढने की सूचना मिलती है, तो ग्रामीणों को सतर्क कर दिया जाएगा।