हापुड़ (अमित मुन्ना)।
सहायक आयुक्त जोन 2 जनपद हापुड़ महेंद्र श्रीवास्तव व मेरठ मंडल के सहायक आयुक्त सुरक्षा विभाग वी के वर्मा ने कहा कि व्यापारी सरकार द्वारा बनाएं गए नियमों का पालन करना व उपभोक्ता को अच्छी गुणवत्ता का खाद्य पदार्थ उपलब्ध करवाएं।
क्रिस्टल पैलेस चेंबर ऑफ कॉमर्स पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन मेरठ मंडल द्वारा खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता के संदर्भ में एक जागरूक कार्यक्रम हापुड़ वनस्पति एवं ऑयल ट्रेडर्स एसोसिएशन, दा मिनी फ्लोर मिल एसोसिएशन, हापुड़ फूड एसोसिएशन की ओर से संयुक्त रूप से किया गया।
कार्यक्रम में मेरठ मंडल के सहायक आयुक्त सुरक्षा विभाग वी के वर्मा, सहायक आयुक्त जोन 2 जनपद हापुड़ महेंद्र श्रीवास्तव, विभाग के चीफ सतीश कुमार, एफ एस ओ संजीव कुमार, शिवदास, सोनी , श्रीमती पूनम, विक्की यादव के साथ हापुड़ वनस्पति एवं आयल ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ललित कुमार छावनी वाले, विजय अग्रवाल ,तुषार गुप्ता, कपिल अग्रवाल ,आदर्श अग्रवाल, सुशील अग्रवाल, नवनीत अग्रवाल, सुबोध अग्रवाल, हापुड़ फूड एसोसिएशन के जगदीश सूरी, नितिन बांग्ला स्वीट, गोपाल जिंदल, रवि अग्रवाल, पवन सिंघल, संदीप गोयल, मिनी फ्लोर मिल एसोसियेशन की ओर से मनीष कंसल मक्खन, शरद गर्ग आदि बड़ी संख्या में व्यापारी उपस्थित थे।मीटिंग में विभाग के चीफ सतीश कुमार ,सहायक आयुक्त जोन 2 महेंद्र श्रीवास्तव सहायक आयुक्त मेरठ मंडल वीके वर्मा ने निर्माण एवं पैकिंग स्थल पर साफ सफाई, खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता , चूहों मक्खी मच्छरों से बचाव एवं समय-समय पर सरकार द्वारा पैकिंग नियमों में किए जा रहे बदलाव की जानकारी दी। मीटिंग में व्यापार मंडल के अध्यक्ष ललित छावनी वाले, विजय अग्रवाल, नितिन आदि ने कहा कि सैंपल टेस्टिंग के मानक बहुत पुराने हैं उनमें बदलाव की आवश्यकता है, क्योंकि आज खेतों में जिस प्रकार के केमिकल डाले जा रहे हैं वह कहीं ना कहीं खाद्य पदार्थों में ही आ जाते हैं। जो नियम बनाए जाते हैं वह मल्टीनेशनल कंपनियों के कहने पर बनाए जाते हैं जिस के संदर्भ में सुझाव दिया गया कि जब भी नियम में बदलाव की मीटिंग हो, तो जिला स्तर अथवा मंडल स्तर के व्यापारी भी उस मीटिंग में उपस्थित हो। जिससे कि जमीनी हकीकत को रखा जा सके।
सभी व्यापारियों ने बनाए गए नियमों का पालन करना व उपभोक्ता को अच्छी गुणवत्ता का खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। क्योंकि हम भी कहीं ना कहीं इन पदार्थों के उपभोक्ता हैं।