हापुड़। 15 महीने में हापुड़ पुलिस ने अवैध तमंचे बनाने वाली 9 फैक्ट्रियों का भंड़ाफोड़ कर 300 से अधिक हथियार बरामद किए हैं। हापुड़ में चुनाव के दौरान कभी गोलियां नहीं चलीं परन्तु यूपी में होने वाले चुनावों में हथियार सप्लाई करने वाला जिला बन गया है।
निकाय चुनाव आते ही फिर से पुलिसिंग बढ़ी तो अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी जाने लगी हैं। 10 दिन के अंदर गढ़, हापुड़ और धौलाना पुलिस ने तीन तमंचे बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ ली है। जिनमें करीब 200 अवैध हथियार बरामद हो चुके हैं। यानि की चुनाव में खलल डालने के लिए जापुड़ जनपद में फिर से तमंचे तैयार किए जा रहे थे। सबसे पहले गढ़ कोतवाल सोमवीर सिंह ने तमंचा फैक्ट्री पकड़ी थी। उसके बाद हापुड़ और आज धौलाना पुलिस ने पकड़ी है।
दिल्ली दंगे में हथियार सप्लायर भी पकड़े गए थे
हापुड़ में बाबूगढ़ पुलिस ने तीन युवकों को पकड़ा था। जिन्होंने दिल्ली में हुए नागरिकता वाले बवाल में हथियार सप्लाई किए थे। उनके कब्जे से पिस्टल भी पकड़ी थी।
हापुड़ में नहीं चली गोली, तो कहाँ के लिए बनते हैं तमंचे
हापुड़ जनपद में 1990 के दशक में हुए गाजियाबाद लोकसभा के चुनाव में 1-2 विधानसभा में गोली चली थी। जबकि उसके बाद से किसी भी चुनाव में गोलियां नहीं चली हैं। उसके बाद भी हापुड़ में 15 महीने में 9 तमंचा बनाने वाली फैक्ट्रियां पकड़ी गई हैं। यानि की यूपी के अन्य जिलों के लिए सप्लाई होने के लिए हापुड़ में तमंचा बनाने का काम चल रहा है।