हापुड़। राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच द्वारा “हिन्दी गौरव राष्ट्रीय सम्मान २०२२” कार्यक्रम मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति इंदौर के सभागृह में आयोजित किया गया।जिसमें हापुड़ के प्रभात कुमार शर्मा “प्रभात” को पद्य विधा में उत्कृष्ट काव्य सृजन के लिए “हिन्दी गौरव राष्ट्रीय सम्मान” से सम्मानित किया गया।
राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच के सम्मान समारोह में मुख्य रूप से प.पू. गो. १०८ दिव्येशकुमारजी महाराज श्री इंदौर (नाथद्वारा), मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार एवं देवपुत्र पत्रिका के प्रधान सम्पादक श्री कृष्णकुमारजी अष्ठाना, कार्यक्रम के अध्यक्ष हिन्दी साहित्य अकादमी भोपाल के निदेशक श्री विकासजी दवे, विशिष्ट अतिथि कुशाभाऊ ठाकरे विश्वविद्यालय रायपुर, छत्तीसगढ़ के पूर्व कुलपति महोदय प्रो.डॉ. मानसिंहजी परमार एवं रेनेसां विश्वविद्यालय सांवेर रोड़ इंदौर के कुलपति महोदय डॉ. राजेश जी दीक्षित थे। कार्यक्रम माँ सरस्वती के पूजन, माल्यार्पण एवं श्री शरदजी जोशी “शलभ” की ओजस्वी वाणी में सरस्वती वंदना से आरम्भ हुआ। कार्यक्रम में अतिथियों का परिचय निरुपमा त्रिवेदी ने दिया। हिन्दीरक्षक डॉट कॉम की प्रधान सम्पादक प्रो.डॉ. दीपमाला गुप्ता ने अतिथियों का स्वागत प्रतीक चिन्ह देकर किया वहीँ राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच के संस्थापक, हिन्दीरक्षक डॉट कॉम के सम्पादक व कार्यक्रम के संयोजक पवन मकवाना (हिंदी रक्षक) ने शाल-श्रीफल देकर पधारे अतिथियों का अभिवादन किया।
हिंदी गौरव राष्ट्रीय सम्मान २०२२ में सम्मानित साहित्यकारों की सूची
इस सम्मान समारोह में विशेष रूप से सूरत (गुजरात), हापुड़ (उत्तर प्रदेश), जम्मू कश्मीर, बारां (राजस्थान), भोपाल, जतरा-टीकमगढ़, शिमला (हिमाचल प्रदेश), रतलाम (म.प्र.), कोट्ट्यम (केरला), बरपाली, बरगढ़ (उड़ीसा), लखनऊ (उत्तर प्रदेश), नासिक (महाराष्ट्र), राजगढ़ (म.प्र.), पुणे (महाराष्ट्र), बानूर, बैतूल (म.प्र), महू, रोहतक (हरियाणा), मुंगेली (छत्तीसगढ़), झाबुआ (म.प्र.), नरसिंहपुर, उज्जैन, धार, इंदौर अदि शहरों व प्रदेशों से आए कई साहित्यकारों, शिक्षाविदों, और समाजसेवियों को अपने क्षेत्र में हिन्दी भाषा में उत्कृष्ट कार्य करने वाली देश की ४० प्रतिभाओं को शाल, श्रीफल, स्मृति चिन्ह एवं प्रशंसा पत्र देकर “हिन्दी गौरव राष्ट्रीय सम्मान २०२२” से सम्मानित किया गया।
सम्मान समारोह में जीवनपर्यंत साहित्य सेवा सम्मान २०२२ वरिष्ठ साहित्यकार श्री शरद जी जोशी “शलभ” निवासी धार (म.प्र.) एवं वरिष्ठ साहित्यकार, मालवी बोली की वरिष्ठ रचनाकार श्रीमती माया मालवेंद्र जी बदेका “नारायणी” निवासी उज्जैन (म.प्र.) को दिया गया साथ ही श्रेष्ठ मंच संचालन व पद्य विधा में उत्कृष्ट लेखन हेतु श्रीमती निरुपमा त्रिवेदी इंदौर को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच के संस्थापक एवं हिन्दीरक्षक डॉट कॉम के सम्पादक व कार्यक्रम के संयोजक पवन मकवाना (हिंदी रक्षक) ने अतिथियों का आभार प्रदर्शन कर सम्मानित हुए साहित्यकारों को शुभकामनाएं प्रेषित की। तत्पश्चात पधारे अतिथियों व सभागृह में विराजे प्रबुद्धजनों ने स्वादिष्ट भोजन आनंद लिया।