हापुड़ (अमित अग्रवाल मुन्ना)।लायंस क्लब हापुड़ सेंट्रल के तत्वावधान में यहां दिल्ली रोड स्थित श्रीरत्नम में एक कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
मंच का संचालन कवि डा. अनिल बाजपेई ने किया।अध्यक्षता कपिल सिंघल ने की।
क्लब अध्यक्ष कपिल सिंघल ने कहा साहित्य के माध्यम से हमारी संवेदनाएं व्यापक हो जाती हैं।साहित्य समाज को संस्कारित करने के साथ साथ जीवन मूल्यों की भी शिक्षा देता है।
सचिव सचिन शर्मा व कोषाध्यक्ष नितिन बंसल ने कहा कि कवि व साहित्यकार अपनी रचनाओं से साहित्य का सृजन करके समाज को दिशा देने का कार्य करते हैं।
विकास गोयल ने कहा कवि समाज की विसंगतियों पर प्रहार करते हैं।
नवनीत कली वाले व सुशील मित्तल ने कहा साहित्य संवेदनाओं को जागृत करके समाज को सुदृण बनाता है।
मंच का संचालन करते हुए ओजस्वी कवि डा. अनिल बाजपेई ने पढ़ा,”जहां परायापन हो ना किंचित, उन अरमानों के छांव चलें, प्रेम प्रीत अरु प्यार हो केवल, उन इमानों के पांव चलें,बहुत वेदना दर्द यहां पर,कुंठाओं का राज यहां,द्वेष बैर दुर्भाव भूलकर, हम मुस्कानों के गांव चलें।
डा आराधना बाजपेई ने पढ़ा,”कौन कहता है नारी बेचारी अबला है,तेरे घर की रोशनी के लिए मेंने उसको जलते देखा है”।
कवि शिव प्रकाश शर्मा ने पढ़ा,
“कर्म अपने अपने सबका अपना
लेखा जोखा है
हम सबको पता है कि हम
क्या कमाए बैठे हैं l
वो जो चेहरे पर मुस्कान
सजाए बैठे हैं
मालूम तो करो
क्या गम छिपाए बैठे हैं “lसमाजसेवी कपिल सिंघल,सचिनशर्मा,नितिन बंसल,विकास गोयल,नवनीत अग्रवाल कलीवाले,सुशील मित्तल ने सभी कवियोंको पटका प्रतीक चिन्ह, बुके भेंटकर सम्मानित किया। इस मौकें पर तुलसी शर्मा,अंजली गोयल, दीप्ति बंसल,सुनीता सिंघल,
हिमांशु गुप्ता,अंकुर गोयल,अमित मित्तल,पंकज,अखिल सिंघल उपस्थित थे।