हापुड़। चंडी रोड राम किशन मार्किट राष्ट्रीय जाट संरक्षण समिति कैम्प कार्यालय पर एक सभा का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता एडवोकेट जितेंद्र चौधरी व संचालन सुनील चौधरी के द्वारा किया गया।
सभा मे राष्ट्रीय जाट संरक्षण समिति के युवा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तेवतिया जी के द्वारा सरदार भगत सिंह,राजगुरु,सुखदेव जी के क्रांतिकारी जीवन पर प्रकाश डालते हुए बतलाया कि देश पर अपनी जान न्यौछावर करने वाले अमर वीर जवान सहीदे आजम शहीद सरदार भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव जी ने अपने हौसले व जिंदादिली से ब्रिटिश सरकार के तख्त को हिलाने का कार्य किया वह अगर चाहते तो अपने लिए अच्छा वकील खड़ा कर फांसी की सजा से बच भी सकते थे परंतु उन्होंने ऐसा नहीं किया उन्हों का मानना था कि उनकी शहादत से ही देश के लोगों में इंकलाब की भावना जागृत होगी इसी के चलते तीनों वीरों ने 31 मार्च सन 1931 को इंकलाब जिंदाबाद का नारा लगाते हुए हँसते-हँसते फाँसी के फंदे को चूम कर फाँसी पर लटक गए देश अमर वीर जवानों के बलिदानों को कभी नहीं भूल सकता है जबकि देश आजादी से लेकर आज तक की सभी सरकारों ने शहीदों का दर्जा ना देकर उनकी शहादत का अपमान मात्र ही किया है राष्ट्रीय जाट संरक्षण समिति मांग करती है कि वर्तमान केंद्र सरकार अभी तक कि सभी सरकार की गलतियों का सुधार करते हुए सरदार भगत सिंह,राजगुरु,सुखदेव जी को अबिलम्ब शहीद का दर्जा देकर वीर बलदानियो का सम्मान प्रदान करें।
सभा के अंत मे संगठन के सभी युवाओं ने भगत सिंह,राजगुरु,सुखदेव जी की 90 वे बलिदान दिवस पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित की साथ ही किसान आंदोलन के दौरान 200 से अधिक किसानों की शहादत पर सभी युवाओं ने दो मिनट का मौन धारण कर सभी शहीद किसानों की आत्मा की शांति कर लिए प्रार्थना की।
सभा मे मनोज तेवतिया,जितेंद्र सिंह,सुनील चौधरी,कालू राम शास्त्री,विजय चौधरी,नवीन चौधरी,आर्यन चौधरी,विदित,संदीप,सेंसरपाल चौधरी,पोचा,आकाश, अंकुर,वरुण चौधरी, आदि युवा उपस्तिथ रहे।