हापुड़ (अमित मुन्ना)।
जनपदीय साईबर सैल व थाना पिलखुवा पुलिस ने लोगों से इंश्योरेन्स पॉलिसी पर बोनस दिए जाने के नाम पर ठगी करने वाले शातिर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 4 शातिर ठगों को किया गिरफ्तार। जिनके कब्जे से 5 लाख रूपये नकदी, 3 एटीएम कार्ड, 11 मोबाइल व
घटना में प्रयुक्त कार बरामद की। थाना पिलखुवा पुलिस व जनपदीय साईबर सैल द्वारा एक केस का सफल अनावरण करते हुए 04 बदमाशों
धर्मेन्द्र उर्फ धर्म पुत्र विमल प्रसाद निवासी संगम विहार खोडा कालोनी थाना खोडा गाजियाबाद, आलोक कुमार पुत्र निलाम्बर झा निवासी 243 ए ब्लॉक इंदर एंक्लेव फेस-2 किरारी सुलेमान नगर मुबारकपुर नागलोई, हाल पता मानD B-94 रनहौला थाना विकास नगर दिल्ली ,ऋषभ पुत्र नरेन्द्र निवासी मन0 518 गली न० 03 प्रताप विहार पार्ट-2 किरारी थाना अमन विहार दिल्ली ,अरशद उर्फ आशु पुत्र अनीस निवासी एफ-11 ब्लॉक BFG महाऋषि गार्डन खोडा कालोनी थाना खोडा को छिजारसी टोल के पास से गिरफ्तार किया गया है, जिनके कब्जे से 05 लाख रूपये नकदी, 03 एटीएम कार्ड, 11 मोबाइल व घटना में प्रयुक्त कार बरामद हुई है।
अपराध करने का तरीका:
गिरफ्तार अभियुक्तगण द्वारा माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश की सरकारी वेबसाइट से शिक्षकों के नाम, पता, जन्म तिथि, मोबाइल नम्बर इत्यादि डाटा लेकर उन्हें मोबाइल नम्बर पर कॉल करके एल०आई०सी० इंश्योरेंस पोलिसी में बोनस दिलाने व सस्ती ब्याज दरों पर लोन दिलाने की बातों में फंसाकर उनसे विभिन्न खातों में धनराशि डलवा लेते थे। पीडित व्यक्ति को यकीन दिलाने के लिए बीमा कम्पनी की फर्जी रसीदें तैयार कर व्हाट्स एप के माध्यम से भेज दिया करते थे। गूगल से बीमा परिषद नियंत्रण निकाय कार्यालय की वेबसाइड से रसीदों का प्रारूप डाउनलोड करने के उपरान्त उसे मोबाइल में एडिटिंग एप पर एम०एस० ऑफिस की मदद से तैयार करते थे ।
एसपी दीपक भूकर ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तगण शातिर किस्म के साइबर ठग हैं, जिनके द्वारा माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश की सरकारी वेबसाइट से शिक्षकों के नाम, पता, जन्म तिथि, मोबाइल नम्बर इत्यादि डाटा लेकर उन्हें मोबाइल नम्बर पर कॉल करके एल०आई०सी० इंश्योरेंस पॉलिसी में बोनस दिलाने व सस्ती ब्याज दरों पर लोन दिलाने की बातों में फंसाकर उनसे विभिन्न खातों में धनराशि डलवा लेते थे।
गिरफ्तार अभियुक्तगण द्वारा जनपद हापुड़, आगरा व उत्तर प्रदेश के अन्य जनपदों में इस तरह की घटनाओं को कारित कर करोड़ों रूपये की ठगी की जा चुकी है।