पीएम आवास योजना के नाम पर ठगी करनें वाला साइबर ठग गिरफ्तार, छह माह में की लाखों रूपए की ठगी

हापुड़। थाना साइबर काइम
गांव के गरीब व असहाय लोगों को पीएम आवास दिलवाने के नाम पर लाखों रूपए की ठगी करनें वालें एक साइबर ठग कौन गिरफ्तार कर नगदी, मोबाइल व श्रम विभाग की फर्जी रसीदें अन्य सामान बरामद किया है।

सीओ वरुण मिश्रा ने बताया कि
थाना साइबर काइम पुलिस द्वारा श्रम विभाग का कर्मचारी बनकर कॉल करके गरीब लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत मकान दिलवाने के नाम पर ठगी करने अभियुक्त को गिरफ्तार करते हुए थाना हाजा के मु०अ०सं० 04/2024 धारा 420, 467, 468, 471 भादवि व 66डी आई.टी एक्ट से सम्बन्धित एक शातिर अभियुक्त मेरठ के ग्राम पचपैड़ा निवासी
प्रवीण कुमार को गिरफ्तार किया गया है।
जिसके कब्जे से एक मोबाइल फोन, नकदी एवं श्रम विभाग की कूटरचित रसीदें बरामद हुई हैं।

उन्होंने बताया कि साइबर ठग द्वारा विगत 06 माह में सैकडों गरीब व असहाय लोगों के साथ इसी प्रकार की घटनाएं कारित करते हुए लाखों रूपये की ट्रांजेक्शन कर आर्थिक लाभ कमाया जा चुका है।

उन्होंने बताया कि
थाना साइबर काइम पुलिस ने श्रम विभाग का कर्मचारी बनकर गरीब व असहाय लोगों को कॉल करके प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत मकान दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाले शातिर साइबर ठग को किया गिरफ्तार।

अपराध करने का तरीकाः-

गिरफ्तार अभियुक्त द्वारा पूछताछ करने पर बताया गया कि मैं ऑनलाइन ग्राम प्रधानों के मोबाइल सर्च करने के उपरान्त प्रधानों को उनके नम्बर पर कॉल करके अपने आपको श्रम विभाग का कर्मचारी बताकर विश्वास में लेकर प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत गरीबों को मकान दिलवाने के लिये गांव के गरीब
व्यक्तियों का नाम व मोबाइल नम्बर लेकर उनको मैं श्रम विभाग का कर्मचारी बताकर विश्वास में लेकर प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत मकान दिलाने के लिये रजिस्ट्रेशन व ड्राफ्ट बनवाने तथा फाइल पास कराने के नाम पर धोखाधडी से धनराशि ट्रांसफर करा लेता हूं इसी प्रकार मैंने हापुड़ के मीरागढी व छपकौली गांव के रहने लगभग 50 व्यक्तियों को मैंने उनके मोबाइल नम्बर लेकर मैंने अपने आपको श्रम विभाग का कर्मचारी बताकर वि वास में लेकर प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत मकान दिलाने के लिये रजिस्ट्रेशन व ड्राफ्ट बनवाने के नाम पर लाखों रूपये की ठगी की है। ठगी की सभी धनराशि मैंने मौज-मस्ती में खर्च कर दी उनमें से जो पैसे बचे थे वो आज मुझसे बरामद हो गये हैं। मुझसे बरामद फर्जी रसीद को मैंने बरामद मोबाइल से तैयार किया है।

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