जेएमएस वर्ल्ड स्कूल ने भारतीय शास्त्रीय संगीत के माध्यम से बच्चों में अपनी धरोहर व संस्कार का दीप जलाया

जेएमएस वर्ल्ड स्कूल ने भारतीय शास्त्रीय संगीत के माध्यम से बच्चों में अपनी धरोहर व संस्कार का दीप जलाया

हापुड़।

आज जेएमएस वर्ल्ड स्कूल में स्पीक मैके का आयोजन हुआ।
स्पिक मैके यानि सोसायटी फॉर द प्रमोशन ऑफ इंडियन क्लासिकल म्यूजिक एंड कल्चर अमंग यूथ, एक गैर राजनीतिक, राष्ट्रव्यापी, स्वैच्छिक आंदोलन है। स्कूल-कॉलेजों में पढ़ रही युवा पीढ़ी को जोड़ने के लिए इस सांस्कृतिक मुहिम की शुरुआत वर्ष 1977 में आइआइटी दिल्ली के प्रोफेसर एमरिट्स डा. किरण सेठ ने की थी। उन्हें साल 2009 में इस योगदान के लिए कला के क्षेत्र में पद्मश्री से सम्मानित किया गया।
स्पिक मैके आज देशभर के पांच हजार शिक्षण संस्थानों में भारतीय शास्त्रीय संगीत के माध्यम से बच्चों में संस्कार भर रहा है। इसे आंदोलन का रूप देकर ग्रामीण स्तर तक पहुंचना है।

आज iस कार्यक्रम को करने के लिए विश्व विख्यात शास्त्रीय नृत्यांगना अरूपा गायत्री पांडा उड़ीसा से जेएमएस के विद्यार्थियों के बीच पहुँची तथा एक से बढ़कर एक नृत्य नाटिका प्रस्तुत की। आज इस नृत्य नाटिका के माध्यम से भारतीय शास्त्रीय संगीत द्वारा बच्चों ने अपनी धरोहर को संजोये रखने तथा अपनी इस परंपरा को कैसे आगे बढ़ाना है का पाठ सिखा ।इस कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के सन्मुख दीप प्रज्ज्वलन से हुई।अतिथियों का स्वागत ग्रुप डायरेक्टर डॉ सुभाष गौतम, स्कूल प्रधानाचार्य डॉ निधि मलिक ने प्रतीक चिन्ह देकर किया ।

इस अवसर पर नृत्यांगना ने ओड़िसी नृत्य की प्रस्तुति दी। नृत्यांगना ने श्री कृष्ण की जीवन लीला, महिषासुर मर्दिनी एवं नृत्य के विभिन्न प्रकार भाव भंगिमाओं के साथ प्रस्तुत किया।
और इस कार्यक्रम के अंत में सभी विद्यार्थियों ने आये हुए अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनके साथ कभी ने मिटने वाली यादो को फोटो में सँजोया ।

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