हापुड़। विश्व जल दिवस पर ए टी एम एस कॉलेज के बी.एड. विभाग के छात्रों ने शपथ ली कि वे स्वच्छ जल को कभी व्यर्थ नहीं बहायेंगे।
जल जीवन दाता है। इसकी हर बूंद कीमती है। बी.एड. विभाग के डीन डॉ० संजय कुमार ने छात्र-छात्राओं को पानी की मितव्यता को समझाया। यदि आज पानी नष्ट करेंगे तो कल पानी के लिए जरूर तरस जाएंगे। प्रोफेसर एसपी राघव ने जल को बचाने पर जोर दिया। जल बचेगा तो प्राणियों का जीवन बचेगा।अमिता शर्मा और प्रीति ने जल को प्रकृति का वरदान कहा। जल से प्राणी ही नहीं पेड़ पौधे भी जीवन पाते हैं। चेयरमैन नरेन्द्र अग्रवाल और सचिव रजत अग्रवाल ने जीवन के पांच तत्वों में जल को सर्वाधिक महत्वपूर्ण बताया। पानी की कमी से लोगों में डिहाइड्रेशन की बीमारी हो जाती है। कार्यकारी निदेशक डॉ राकेश अग्रवाल ने जल को दूषित करने पर खेद प्रकट किया–मानव कालिदास बन, काटे अपनी डाल, जल को दूषित कर भला जी पाए किस हाल।
फार्मेसी के प्राचार्य डॉ अरुण कुमार और पॉलिटेक्निक के हेड इंजीनियर विद्युत भद्रा ने स्वच्छ जल संरक्षण संचयन के लिए वाटर हार्वेस्टिंग पर बल दिया। पीने के पानी की कमी लोगों को बीमारी की ओर ढकेलती है। प्रतिभा, नेहा, राफिया, रुखसार, रेखा, नितेश, काजल, ज्योति, रूपम, रितु ने बताया कि पहाड़ों और रेगिस्तान में पानी के लिए महिलाओं को कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है।