हापुड़। कृषि कानूनों के विरोध में बुधवार को जिले से बड़ी संख्या में किसान गाजीपुर बॉर्डर पर आयोजित भाकियू की महापंचायत में शामिल हुए। पंचायत में जाने से पहले किसानों ने ततारपुर बाईपास पर सरकार की नीतियों के विरोध में प्रदर्शन किया। वहीं पंचायत में आंदोलन को बड़ा रूप देने की रूपरेखा तैयार की गई।
तीनों कृषि कानूनों के विरोध में भाकियू हाईकमान ने बुधवार को गाजीपुर बॉर्डर पर पंचायत बुलाई। हापुड़ के गांव रसूलपुर, श्यामपुर, ददायरा, नवादा, अकड़ौली, जरौठी, महमूदपुर, उबारपुर आदि गांवों में किसान पंचायत के लिए रवाना हुए। किसान नारेबाजी करते हुए ततारपुर बाईपास पर एकत्र हुए। यहां सरकार की नीतियों के विरोध में प्रदर्शन किया गया। किसानों ने कहा कि सरकार किसानों पर तीनों कृषि कानून जबरन थोप रही है। किसानों को एमएसपी का कानून चाहिए। लेकिन सरकार इस कानून को नहीं बना रही। क्योंकि उसे पता है कि यदि यह कानून बन गया तो किसानों को फसलों का अच्छा दाम मिल जाएगा, जो सरकार नहीं चाहती।
इसके विरोध में किसान गाजीपुर बॉर्डर के लिए रवाना हो गए। जहां हाईकमान के साथ बैठक में आंदोलन को बड़ा करने की रणनीति बनाई गई। वहीं, जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल मुस्तैद रहा।
इस मौके पर कुशलपाल आर्य, रामपाल सिंह, विरेंद्र सिंह, भगतराम, राजू, हरबीर, सुनील, रणबीर, यशवीर सिंह, जतिन चौधरी, समरपाल सिंह, गुड्डू, नरेश, महेंद्र शर्मा, हंसवीर, बब्लू, जयवीर आदि मौजूद रहे।