हापुड़।हापुड़ के बिजली विभाग के एसडीओ द्वितीय कार्यालय में संविदा पर तैनात एक ऑपरेटर का 5 हजार रूपये की रिश्वत लेने का वीडियों वायरल मामले में नया मोड़ आया है। पीड़ित व्यक्ति ने बताया कि उन्होंने कोई रिश्वत नहीं दी थी, बल्कि ट्रांसफार्मर से कनेक्शन जोड़नें के लिए प्राईवेट ढ़ंग से अपने रूपये से लगवाएं गए ट्रांसफार्मर का हिस्सा देने के लिए रुपये दिए गए थे।
जानकारी के अनुसार हापुड़ के बिजली विभाग के
एसडीओ द्वितीय कार्यालय में रईस नामक व्यक्ति संविदा ऑपरेटर के रुप में तैनात हैं। एक कथित वीडियो में बिजली कनेक्शन देने के नाम पर रिश्वत मांगने के आरोप लगाएं थे। जिसका वीडियो वायरल हो गया था। जिसमें विभाग ने एसडीओ का तबादला कर आपरेटर की सेवा समाप्त कर एफआईआर दर्ज करवाई थी।
मामले में पीड़ित ने जारी एक वीडियो में कहा कि उसने आपरेटर को कोई रिश्वत नहीं थी। जहां उसका कनेक्शन लगना था, वहा का ट्रान्सफार्मर कुछ लोगों ने आपस में मिलकर लगवाया था, जिसमें सभी के हिस्से में 20-20 हजार रुपए आए थे। कनेक्शन लगवाने के लिए उन्होंने आपरेटर से सम्पर्क कर उनके माध्यम से उन लोगों को 20 हजार रुपए दिलवाएं थे, उक्त वीडियो ग़लत तरीके से वहां मौजूद एक लाईनमैन ने बनाकर गलत रूप से वायरल कर दिया था।
पीड़ित ने आरोप लगाते हुए बताया कि बाबू ने उससे कनेक्शन के नाम पर बीस हजार रुपए की रिश्वत मांगी,जिस पर उन्होंने रईस को 20 हजार रुपए दे दिए। इस बीच किसी ने घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
वायरल वीडियो मेरठ के एमडी कार्यालय जा पहुंचा एमडी ने वीडियो का संज्ञान लेते हुए एसडीओ कार्यालय में तैनात ऑपरेटर रईस को बर्खास्त कर द एक जांच कमेटी बना दी । जिससे बिजली अधिकारियों में हड़कंप मच गया।