पिलखुवा। हत्या की आशंका जताकर ढाई माह पहले हापुड़ पुलिस अधीक्षक से शिकायत की, लेकिन पुलिस ने कार्यवाही नहीं की। आखिरकार ढाई माह बाद सद्दीकपुरा निवासी सैलून संचालक मोइन की गमछे से गला दबाकर हत्या कर दी गई। सोमवार सुबह उसका शव वेब सिटी थाना क्षेत्र के बम्हेटा में जगदीश पहलवान द्वार के पास सड़क किनारे मिला। गले में गम्छा मिला है।
मोइन के बेटे आदिल ने अपनी मां रेशमा और उसके प्रेमी लाल उर्फ साजिद और पिलखुवा के ही रहने वाले परवेज पर हत्या का आरोप लगाकर उनके खिलाफ वेबसिटी थाने में तहरीर दी है। पुलिस ने मोइन की पत्नी रेशमा और एक अन्य आरोपी को हिरासत में ले लिया है।
सैलून संचालक मोइन के बेटे आदिल ने बताया कि वे चार भाई व एक बहन हैं। उनके पिता बम्हेटा में गेट के पास चार वर्षों से किराये पर दुकान लेकर सैलून चलाते थे। वह रोजाना सद्दीकनगर पिलखुवा से आते थे और रात को वापस घर पहुंच जाते थे। रविवार रात वह घर नहीं पहुंचे।
सुबह 7 बजे उनके पड़ोसी दुकानदार ने उन्हें फोन करके बुलाया, वहां पहुंचने पर उन्हें पिता की हत्या का पता चला। आदिल का कहना है कि उनके पिता की किसी गमछे से गला घोंटकर हत्या कर शव यहां फेंका गया था। आदिल का कहना है कि उसकी मां रेशमा का सद्दीकनगर के ही लाल उर्फ साजिदर से प्रेम प्रसंग चल रहा था। उसकी मां ने ही साजिद और उसके साथी परवेज के साथ मिलकर उसके पिता की हत्या कराई है। आदिल ने तीनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
हापुड़ पुलिस कार्यवाही करती तो जिंदा होता मोइन
सैलून संचालक मोइन के बेटे आदिल का कहना है कि उनके पिता के साथ लाल उर्फ साजिद और परवेज 23 जनवरी को मारपीट कर चुके हैं। 23 जनवरी की रात उनके पिता करीब 8 बजे अपने साथी भगत को गाजियाबाद जाने के लिए पिलखुवा बस स्टैंड पर छोड़ने गए थे। सद्दीकपुरा फाटक के पास दोनों पहले से ही बैठे थे। उन्होंने उनके पिता मोइन को पकड़ लिया और कनपटी पर तमंचा लगाकर जान से मारने की धमकी दी। दोनों ने मारपीट की।
उन्होंने धमकी दी कि पुलिस से शिकायत की तो जिंदा गाड़ देंगे। इससे पहले वह आदिल से भी मारपीट कर चुके हैं। इसका फैसला बिरादरी के लोगों ने करा दिया था। मोइन ने हापुड़ पुलिस अधीक्षक को दी शिकायत में कहा था कि यह लोग उसकी हत्या करा देंगे। इसके बावजूद हापुड़ पुलिस ने कार्यवाही नहीं की। आदिल का कहना है कि पुलिस कार्यवाही करती तो आज उसके पिता जिंदा होते।
मोइन के बेटे आदिल को तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। परिजनों की ओर से बताए गए तथ्यों की जांच कराई गई है। अधिकांश तथ्य सही पाए गए हैं। कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। जल्द ही घटना का खुलासा कर लिया जायेगा। – रवि कुमार, डीसीपी ग्रामीण