राष्ट्रीय कवि संगम के तत्वाधान में ऑनलाइन अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन आयोजित

हापुड । पिलखुवा इकाई के तत्वावधानमें एक अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन ऑनलाइन आयोजित* हुआ। *कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रांतीय मुख्य संयोजक वरिष्ठ कवि अशोक गोयल ने की।
कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि प्रांतीय प्रभारी शील वर्धन रहे व सानिध्य वरिष्ठ कवि एवं सहित्यकार प्रेम निर्मल का रहा।कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ कवि जिला संयोजक दिनेश त्यागी और सह संचालन जिला सहसंयोजक कवि राजकुमार हिंदुस्तानी * ने किया। *कार्यक्रम का शुभारंभ वरिष्ठ कवयित्री वीना गोयल ने हे शारदे माँ !सरस्वती की वंदना* से किया।कार्यक्रम में *वरिष्ठ कवि प्रेम निर्मल* ने पढा टला नही खतरा अभी,निर्मल रहो सतर्क।कोरोना की बेरहम,गिरे कहाँ पर बर्क।।
*वरिष्ठ कवि अशोक गोयल ने पढ़ा* पर्यावरण प्रदूषण सन्देश मौत का है।इतना विषाक्त सब कुछ आज हो चुका है।।
*मुख्य अतिथि प्रान्त प्रभारी शील वर्धन* ने कबीरदास की जयंती पर शुभकामनाएं प्रेषित करते हुएपर्यावरण संरक्षण के बारे में विचार रखे।
वरिष्ठ कवि *दिनेश त्यागी ने पढ़ा*
*वृक्ष रतन अनमोल हैं,कुदरत के वरदान।रखना इन्हें सहेजकर
बचे रहेंगे प्राण।।* *वरिष्ठ कवि अटल मुरादाबादी ने पढा*
पानी बूंद बचाइए,रखिए इसे सॅभाल*।वरना आगे वक्त में,होगा विकट अकाल*।
*वरिष्ठ कवयित्री समाज सेविका वीना गोयल ने पढ़ा*
प्रकृति कहती है मनुज से,बुद्धि से कुछ काम लो।बैर मुझसे मत करो,निज हित – अहित को पहचान लो।
**कवि रामआसरे गोयल ने** पढ़ा *यदि पटेल को नेहरू जी,दो दिन का और समय देते।
*कवि राजकुमार हिंदुस्तानी ने पढ़ा* नदियों पर संकट बना,
जागो सभी सुजान।जन जन की आवाज है,नीम नदी अभियान।।
*कवि अवनीत सिंह समर्थ* ने पढ़ा हौसले मजबूत रक्खो,आहत मन भीगी हैं पलकें।कवि डीपी सिंह ने पढ़ा* देश में दीमकों की बड़ी खान है। * कवि गंगाशरण* *शर्मा ने पढ़ा*इटली और फ्रांस जर्मन ,सभी में हाहाकार है।
*कवयित्री डॉ पूनम ग्रोवर ने पढ़ा* खिल उठेगा उदास गुलशन भी। *कवयित्री अनुपमा पांडेय ने पढ़ा* धरा सुरक्षित है तब तक। *कवि धर्मेन्द्र काव्य ने पढ़ा* शिक्षा के मंदिर में आओ,मिलकर दीप जलाएं। *कवि कपिल वीर सिंह ने पढ़ा* सम्पूर्ण हूँ पर हूँ अधूरा। *कवि योगी मोनू राणा ने पढ़ा* नित योग करें देशवासी
कोविड का असर कम होगा।
*कवि पुष्पेंद्र पंकज ने पढ़ा*
बहता रहा मैं तिनका सा।
*कार्यक्रम में कवि शिवप्रकाश शर्मा कवि नोएडा से कवि अनुराग कवयित्री रीना मोनू राणा ने अपने काव्य पाठ से सभी का मन मोह लिया।दर्जनों सहित्यकार पटल पर मौजूद रहे*।

Exit mobile version