प्रेम प्रकाश शुक्ला की स्मृति में आयोजित हुआ विराट कवि सम्मेलन,द्वेष ईर्ष्या भूलकर , आओ बांटें प्यार,युग से यह सिखला रहा,दीवाली त्योहार-अनिल वाजपेयी

हापुड़(अमित अग्रवाल मुन्ना)।

ब्राह्मण महासभा उत्तरप्रदेश महिला प्रकोष्ठ के तत्वावधान में प्रेम प्रकाश शुक्ला की स्मृति में विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।

मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा ,संरक्षक पूर्व विधायक के. के. शर्मा दिनेश शर्मा,जिलाध्यक्ष पारुल शर्मा,प्रदेश अध्यक्ष डा. आराधना बाजपेई,पूनम शर्मा ,एवं छवि भारद्वाज ने दीप प्रज्वलन करके कवि सम्मेलन का शुभारंभ किया।

मुख्य अतिथि धर्मेंद्र शर्मा ने कहा दीपावली का त्योहार हमें द्वेष बैर भाव भूलकर प्रेम का संदेश देता है।

पूर्व विधायक के. के. शर्मा ने कहा दीवाली प्रकाश का पर्व है बुराइयों पर अच्छाई की विजय वाला पर्व हमें संदेश देता है कि हम बुराइयों को दूर करें।

कवि सम्मेलन का संचालन डा .अनिल बाजपेई ने किया।अध्यक्षता गीतकार जय सिंह आर्य ने की
गीतकार डॉक्टर जयसिंह आर्य ने पढ़ा
प्यार का इक दिया जला लेना
मन को मन्दिर सा तू बना लेना
फूल सा खिल उठेगा ये जीवन
राम-सीता से लौ लगा लेना।
डा आराधना बाजपेई ने पढ़ा,अगर तेरे ख्वाब में मेरा तसव्वुर मिल गया होता,मेरे ख्यालों को भी नया घर मिल गया होता,जो गिर जाता तेरी आंख से मेरा एक भी आंसू,कदम से उस जगह कोई समंदर बन गया होता।

डा अनिल बाजपेई ने पढ़ा ,द्वेष ईर्ष्या भूलकर , आओ बांटें प्यार,युग से यह सिखला रहा,दीवाली त्योहार।
डॉक्टर जयप्रकाश मिश्र ने पढ़ा
उनका साथ हो न हो मगर अहसास होता है
लगता है कि सांसों में उन्ही का बास होता है
मुसीबत के पर्वत भी वहीं पर सिर झुकाते हैं
जिनके शीश पर मां बाप का आशीष होता है।
कवि विकास विजय त्यागी ने पढ़ा –
हम ना होगे कल यहां निशानियाँ होगी
इतिहास के पन्नों पर कहानियाँ होगी
अवनीत समर्थ ने पढ़ा
अपनी खुशी अपना गम देखते हो
यार तुम कितना कम देखते हो।
हुक्का बिजनोरी ने पढ़ा,
रात के अंधेरे में नेता और ठेकेदार में न जाने क्या करार हो गया,सुबह पुल नदी को लेके फरार हो गया। कवि उमेश शर्मा ने पढ़ा,
नहीं किसी से रहा है पीछे करते सब सम्मान।
युगों युगों से करता आया जग इसका यश गान,हमारा ब्रह्म समाज महान। सचिन कुमार निगम ने पढ़ा। कवि सचिन कुमार निगम ने पढ़ा।
मेरे हुजरे में आकर के पूछो, कलंदर तेरा हाल क्या है ।
आंखों से कुछ ना कहो तुम, बताओ तेरा हाल क्या है । प्रभात शर्मा ने भी काव्य पाठ करके कवि सम्मेलन को ऊंचाइयां प्रदान की। पारुल शर्मा,पूनम शर्मा,छवि शर्मा,राखी शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया।सुनीता शर्मा,वंदना शर्मा,अनीता शर्मा,संगीता शर्मा,मीनू शर्मा, मुक्त शर्मा,संतोष शर्मा,डा प्रेमलता तिवारी,ऋतु शर्मा, जागृति शर्मा,संध्या शर्मा,सुनीता स्वामी, का सहयोग रहा।

इस मौकें पर राधे श्याम शर्मा,परमानंद शर्मा, कमल रत्न शर्मा, विकास शर्मा,दिनेश शर्मा,महेंद्र शर्मा,देव शर्मा,रामफल शर्मा,राजवीर शर्मा,संदीप शर्मा,लेखराज शर्मा,राजीव लोचन शर्मा यंगपाल शर्मा, उपस्थित थे। प्रतिभा शाली बच्चों को पुरस्कृत किया गया।

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