प्रेमिका से रंग रंगेलिया में बांधा बनी पत्नी को बच्चों सहित घर से निकाला हेड कांस्टेबल ने, पीड़िता न्याय के लिए का रही है दर दर की ठोकरें

हापुड़ । थाना पिलखुवा में तैनात एक हेड कांस्टेबल ने प्रेमिका के साथ रंग रंगेलिया में बांधा बनी पत्नी को बच्चों सहित घर से निकाल दिया। जिससे पीड़िता बच्चों सहित दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर कर दिया है। पिछले कई दिनों से महिला थाने से लेकर अधिकारियों के चक्कर काट रही है। न्याय ना मिलने पर महिला ने आत्महत्या की चेतावनी भी दी है।

जिला शाहजहांपुर के थाना पुवायां क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली पीड़ित महिला ने बताया कि 8 दिसंबर 2014 को उसकी शादी जिला मुजफ्फरनगर के पुरकाजी क्षेत्र के यूपी पुलिस में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात युवक के साथ हुई थी। पीड़ित की साडे 6 साल की बेटी और 4 साल का बेटा है। बेटा बोलने,सुनने में चलने में भी असमर्थ है। इसकी परवाह किए बगैर आरोपी पत्नी के साथ रहने को तैयार नहीं है।

वर्तमान में आरोपी हेड कांस्टेबल हापुड़ जिले के पिलखुवा थाने में तैनात है। कुछ वर्ष पहले पति का पिलखुआ की चौकी बस अड्डा क्षेत्र की युवती के साथ प्रेम-प्रसंग शुरू हो गया था। इसकी जानकारी पीड़ित महिला को लगी तो महिला ने विरोध करना शुरू कर दिया। जिसके बाद पति ने मारपीट कर उसे अपनी नानी के घर भेज दिया। 2 साल तक पीड़िता पुत्र के साथ नानी के घर पर ही रही। पीड़िता का आरोप है कि उसकी पुत्री को पति ने अपने माता-पिता के साथ रखा हुआ है।

महिला ने बताया कि 3 दिन पहले वह हापुड़ आई थी। इसके बाद उसने थाने में शिकायत की जहां से उसे महिला थाने भेज दिया गया। वहां भी कार्रवाई ना होने पर उसे एसपी से शिकायत की। इसके बाद पिलखुवा थाना प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार पांडे ने महिला व हेड कांस्टेबल के बीच समझौता कराया। इसके बाद हेड कांस्टेबल पत्नी को पिलखुवा में अपने कमरे पर ले गया।

पीड़ित महिला ने जानकारी देते हुए बताया कि 2 साल पहले माता और 3 साल पहले उनके पिता का निधन हो गया था। पति के उत्पीड़न से परेशान होकर पीड़िता 2 माह से मायके में ही रह रही है। तीन भाई में से कोई भी पीड़िता की मदद करने को तैयार नहीं है।

पिलखुवा डीएसपी वरुण मिश्रा ने बताया कि पति-पत्नी के बीच विवाद चल रहा है। जिसको लेकर पति अपनी पत्नी को साथ रखने को तैयार नहीं है। दोनों के बीच काउंसलिंग कराई जा रही है अगर काउंसलिंग में बात नहीं बनती है तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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