दशलक्षण महापर्व -क्षमा करने वाले व्यक्ति महान होता है:गौरव जैन शास्त्री
, हापुड़। जैन धर्म के दशलक्षण महापर्व उत्तम क्षमा से प्रारंभ पर्व राज दशलक्षण पर्व के शुभ अवसर पर श्री 1008 आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर कसेरठ बाजार में भव्य आयोजन सांगानेर से पधारे गौरव जैन शास्त्री के सानिध्य में संगीत की मधुर ध्वनि के साथ संपन्न कराए जा रहे हैं । बुधवार की प्रात:काल से ही मंदिर में अभिषेक, शांति धारा,पूजा,अर्चना की गई विधान का आयोजन श्रीमती मालती जैन,जितेंद्र जैन के द्वारा कराया गया जिसमें काफी श्रद्धालुओं ने भाग लिया । दशलक्षण पर्व पर गौरव जैन शास्त्री ने बताया कि आज उत्तम क्षमा धर्म का दिन है,क्षमा आत्मा का स्वभाव है,धरती सारी दुनिया का भार सहती है,कभी प्रतिकार नहीं करती,यह धरती की महानता है इसे ही क्षमा कहा गया है । वृक्ष,सर्दी,गर्मी ,वर्षा की बाधाएं सहन करते हैं,तथा फिर भी मीठे ही फल देते हैं। क्षमा हमें अंदर से करनी चाहिए क्षमा करने वाले व्यक्ति महान होता है । शाम के समय 7 बजे आरती एवं महिला समाज द्वारा हमारा भाग्य हमारे हाथ प्रोग्राम का आयोजन किया गया। जिसका संचालन रेणुका जैन द्वारा किया गया। इस अवसर पर जैन समाज के प्रधान अनिल जैन, नितिन जैन,सुखमाल जैन,अशोक जैन,आकाश जैन, विकास जैन,तुषार जैन,राजेश जैन,मोनू जैन,सुधीर जैन, रेखा जैन,प्रभा जैन,मधु जैन,सिम्मी जैन,गरिमा जैन आदि उपस्थित थे।