हापुड़।
श्रावण मास की शिवरात्रि के निकट आते ही कांवडियां हाथों में तिरंगा झंडा,बोल बम के उद्घोष व शिव भक्ति के गानों पर झूमते हुए अपने गंतव्य की ओर तेजी से बढ़ रहे है। जिले में विभिन्न मार्गों में शिव भक्तों की सेवा के लिए लगाये गये शिविरों में भोले के भक्त शिव भक्ति मय गानों पर डीजे की धुनों पर थिरकते नजर आ रहे है। आगामी 2 अगस्त को शिवरात्रि पर्व पर जलाभिषेक की तैयारी में जिला प्रशासन व मंदिर समितियां जुटी हुई है।
सावन का महीना शुरू होते ही लाखों की संख्या में शिवभक्त भगवान शिव शंकर में अपनी आस्था दिखाते हुए उत्तराखंड के हरिद्वार और गंगोत्री से जल लेने जाते है। और शिवरात्रि के निकट आते ही कांवरिया जल लेकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो चुके है। और अधिकांश अपनी अपनी मंजिल की ओर हाथों में तिरंगा,बोल बम के उद्घोषों के साथ तेजी से बढ़ रहे है। विभिन्न रास्तों में कांवडियों की सेवा करने के लिए श्रद्घालुओं द्वारा लगाये गये सेवा शिविरों में कांवडियां भोले के गानों पर जमकर थिरकते देखे जा सकते है।
वैसे तो बाजार में पिछले कई वर्षों से नीलकंठ पर चढ़ गया भोला पीकर एक बाल्टी भांग का गाना सेवा शिविरों में नहीं बजे ऐसा हो ही नहीं सकता है। लेकिन समय के साथ गानों का भी स्वरूप भी बदल गया है। बीते वर्ष से भोले बाबा के गानों ने भी हाईटेक जमाने का रूप धारण कर लिया है। शिव भक्त भोले बाबा के नये स्वरूप के गानों की धुनों पर नाचते अपने गंतव्य के करीब पहुंच चुके है।
शिवरात्रि को निकट आते ही कैसेट विक्रेताओं ने शिव भक्ति के गानों की कैसेटों को अपने दुकानों के काउंटर पर ही सजाकर रख दिया है। भोले हरिद्वार घुमा दे,भोले बाबा ढूढ़ रहे किसी ने मेरा नंदी देखा,पीके भांग का प्याला,डीजे बजवा दिये योगी ने,कांवडिय़ों की मौज करा दी योगी ने,कांवड खोल दी योगी ने आदि भक्ति गानों ने धूम मचा रखी है।
दिल्ली रोड गांव सबली स्थित प्राचीन शिव मंदिर समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी सनी त्यागी ने बताया कि 2 अगस्त को शिवरात्रि पर्व पर शाम 3:27 बजे से कांवडिय़ों द्वारा भगवान भोले शंकर का जलाभिषेक करेंगे। कांवडिय़ों की किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े,इसके लिए मंदिर समिति द्वारा व्यापक तैयारी की जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा मंदिरों में जलाभिषेक की तैयारी कराई जा रही है।