माल लदान की सुविधाओं में पूर्वोत्तर रेलवे रच रहा इतिहास

{“_id”:”604c96bf8ebc3edc0835dfaf”,”slug”:”northeast-railway-creating-history-in-freight-loading-facilities”,”type”:”story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”u092eu093eu0932 u0932u0926u093eu0928 u0915u0940 u0938u0941u0935u093fu0927u093eu0913u0902 u092eu0947u0902 u092au0942u0930u094du0935u094bu0924u094du0924u0930 u0930u0947u0932u0935u0947 u0930u091a u0930u0939u093e u0907u0924u093fu0939u093eu0938″,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”u0936u0939u0930 u0914u0930 u0930u093eu091cu094du092f”,”slug”:”city-and-states”}}
नेपाल को भेजा जा रहा गाड़ियों का रैक।

नेपाल को भेजा जा रहा गाड़ियों का रैक।
– फोटो : अमर उजाला ब्यूरो, बरेली

पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।

ख़बर सुनें

ख़बर सुनें

पिछले साल की तुलना में अब तक दस फीसदी अधिक 43.43 मिलियन टन हो चुका है माल लदान

बरेली। कोविड-19 की चुनौतियों के बावजूद भारतीय रेल पर माल लदान वित्त वर्ष 2021-21 समाप्त होने के पूर्व ही 11 मार्च,2021 तक 1145.68 मिलियन टन माल का लदान हुआ, जो पूरे वित्त वर्ष 2019-20 में माल लदान 1145.61 से अधिक है। मार्च, 2021 में माल लदान में वृद्धि का यह क्रम पूरे भारतीय रेल पर जारी है।
मार्च, 2021 में 11 मार्च,2021 तक 43.43 मिलियन टन का लदान हुआ, जो गत वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है। दिन-प्रतिदिन के आधार पर 11 मार्च,2021 को भारतीय रेल पर 4.07 मिलियन टन का लदान हुआ है, जो गत वर्ष के इसी दिन की तुलना में 34 प्रतिशत अधिक है। इसी प्रकार पूर्वोत्तर रेलवे पर माल यातायात की सुविधाओं में बढ़ोत्तरी तथा विभिन्न स्तरों पर गठित ‘बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट‘ के प्रयासों के फलस्वरूप माल लदान में अपेक्षित वृद्धि हो रही है। 12 मार्च,2021 तक पूर्वोत्तर रेलवे पर 2.4313 मिलियन टन माल का लदान हुआ, जो गत वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 5.5 प्रतिषत अधिक है। इसी प्रकार माह मार्च,2021 में 12 मार्च तक पूर्वोत्तर रेलवे पर गत वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 107.10 प्रतिषत माल लदान अधिक हुआ । 
मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि वित्त वर्ष 2020-21 के आरम्भ से ही देशवासियों को कोविड-19 के संक्रमण से बचाने हेतु  देशव्यापी लाॅकडाउन लागू हुआ। इसका प्रभाव देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ा। भारतीय रेल ने इस परिस्थिति को एक अवसर के रूप में लिया। इसके लिये भारतीय रेल ने विशेष योजना बनाकर कार्य किया और देश के विभिन्न भागों से माललदान कर उसे गंतव्य तक पहुंचाया । मालगाड़ियों की औसत गति में वृद्धि की। माल लदान में अपेक्षित वृद्धि हेतु व्यापारिक संस्थाओं को रियायत दी गई। रेलवे के इस कार्य को देश की अर्थव्यवस्था में सुधार का बड़ा संकेत माना जा रहा है। 
इज्जतनगर रेलवे मंडल के जनसंपर्क अधिकारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे पर माल लदान में बढ़ोतरी हेतु मंडल एवं मुख्यालय स्तर पर गठित ‘बिजनेस डेवलेपमेंट यूनिट‘ के विपणन प्रयासों तथा मालगाड़ियों की औसत गति में वृद्धि तथा मालगोदामों में अपेक्षित सुधार एवं विकास के कार्यों के फलस्वरूप माल लदान में वृद्धि हो रही है। पुराने आई.सी.एफ. कोचों को एन.एम.जी. वैगनों में परिवर्तित किये जाने के फलस्वरूप आटोमोबाइल लदान में वृद्धि हुई है। पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल पर हल्दी रोड स्टेशन से बांग्लादेश हेतु आटोमोबाइल की बुकिंग की जा रही है, जो पूर्व में सड़क मार्ग से होता था। इसी प्रकार नौतनवा स्टेशन आटोमोबाइल टर्मिनल के रूप में विकसित हुआ, जिससे रेल मार्ग से यहाँ आकर नेपाल को जाने वाला माल यहीं अनलोड कर भेजा जा रहा है। 

पिछले साल की तुलना में अब तक दस फीसदी अधिक 43.43 मिलियन टन हो चुका है माल लदान

बरेली। कोविड-19 की चुनौतियों के बावजूद भारतीय रेल पर माल लदान वित्त वर्ष 2021-21 समाप्त होने के पूर्व ही 11 मार्च,2021 तक 1145.68 मिलियन टन माल का लदान हुआ, जो पूरे वित्त वर्ष 2019-20 में माल लदान 1145.61 से अधिक है। मार्च, 2021 में माल लदान में वृद्धि का यह क्रम पूरे भारतीय रेल पर जारी है।

मार्च, 2021 में 11 मार्च,2021 तक 43.43 मिलियन टन का लदान हुआ, जो गत वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है। दिन-प्रतिदिन के आधार पर 11 मार्च,2021 को भारतीय रेल पर 4.07 मिलियन टन का लदान हुआ है, जो गत वर्ष के इसी दिन की तुलना में 34 प्रतिशत अधिक है। इसी प्रकार पूर्वोत्तर रेलवे पर माल यातायात की सुविधाओं में बढ़ोत्तरी तथा विभिन्न स्तरों पर गठित ‘बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट‘ के प्रयासों के फलस्वरूप माल लदान में अपेक्षित वृद्धि हो रही है। 12 मार्च,2021 तक पूर्वोत्तर रेलवे पर 2.4313 मिलियन टन माल का लदान हुआ, जो गत वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 5.5 प्रतिषत अधिक है। इसी प्रकार माह मार्च,2021 में 12 मार्च तक पूर्वोत्तर रेलवे पर गत वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 107.10 प्रतिषत माल लदान अधिक हुआ । 

मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि वित्त वर्ष 2020-21 के आरम्भ से ही देशवासियों को कोविड-19 के संक्रमण से बचाने हेतु  देशव्यापी लाॅकडाउन लागू हुआ। इसका प्रभाव देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ा। भारतीय रेल ने इस परिस्थिति को एक अवसर के रूप में लिया। इसके लिये भारतीय रेल ने विशेष योजना बनाकर कार्य किया और देश के विभिन्न भागों से माललदान कर उसे गंतव्य तक पहुंचाया । मालगाड़ियों की औसत गति में वृद्धि की। माल लदान में अपेक्षित वृद्धि हेतु व्यापारिक संस्थाओं को रियायत दी गई। रेलवे के इस कार्य को देश की अर्थव्यवस्था में सुधार का बड़ा संकेत माना जा रहा है। 

इज्जतनगर रेलवे मंडल के जनसंपर्क अधिकारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे पर माल लदान में बढ़ोतरी हेतु मंडल एवं मुख्यालय स्तर पर गठित ‘बिजनेस डेवलेपमेंट यूनिट‘ के विपणन प्रयासों तथा मालगाड़ियों की औसत गति में वृद्धि तथा मालगोदामों में अपेक्षित सुधार एवं विकास के कार्यों के फलस्वरूप माल लदान में वृद्धि हो रही है। पुराने आई.सी.एफ. कोचों को एन.एम.जी. वैगनों में परिवर्तित किये जाने के फलस्वरूप आटोमोबाइल लदान में वृद्धि हुई है। पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल पर हल्दी रोड स्टेशन से बांग्लादेश हेतु आटोमोबाइल की बुकिंग की जा रही है, जो पूर्व में सड़क मार्ग से होता था। इसी प्रकार नौतनवा स्टेशन आटोमोबाइल टर्मिनल के रूप में विकसित हुआ, जिससे रेल मार्ग से यहाँ आकर नेपाल को जाने वाला माल यहीं अनलोड कर भेजा जा रहा है। 

Source link

Exit mobile version