कीर्ति की तरह एक और हुई थी हत्या ऑटो चालक और उसके दोस्त ने दिया था वारदात को अंजाम
कीर्ति की तरह एक और हुई थी हत्या ऑटो चालक और उसके दोस्त ने दिया था वारदात को अंजाम
गाजियाबाद
एबीईएस कॉलेज में पढ़ने वाली इंजीनियरिंग की छात्रा कीर्ति सिंह की तरह ही मोबाइल लूट का विरोध करने पर नोएडा आरटीओ कार्यालय में कार्य करने वाले एजेंट सुरेंद्र नागर की हत्या चलते ऑटो से एनएच-नौ पर धक्का देकर की गई थी। वारदात को किसी दूसरे ने नहीं बल्कि जिस ऑटो में वह सफर कर रहे थे, उसके चालक ने दोस्त के साथ मिलकर अंजाम दिया था। बुधवार को पुलिस ने ऑटो चालक को गिरफ्तार कर मामले का पर्दाफाश किया है।
सुरेंद्र नागर गौतमबुद्धनगर के बादलपुर थाना क्षेत्र के बंबावड़ गांव के रहने वाले थे। वह रोजाना ऑटो से आरटीओ कार्यालय आते-जाते थे। रोजाना की तरह 30 जुलाई को भी वह देर शाम आरटीओ कार्यालय से घर आ रहे थे। ममूरा चौक से वह ऑटो में बैठे थे।
इसके बाद वह घर नहीं पहुंचे, वह लहूलुहान हालत में विजयनगर क्षेत्र में एनएच-नौ पर मिले। राहगीरों की सूचना पर पहुंची एंबुलेंस ने उनको उपचार के लिए एमएमजी अस्पताल में पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उनको मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने 72 घंटे तक शव को मोर्चरी में रखा, शिनाख्त न होने पर लावारिस में उनका अंतिम संस्कार कर दिया था।
उधर, सुरेंद्र के घर न पहुंचने पर उनके स्वजन ने बादलपुर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी, वह सुरेंद्र की तलाश में घटना के अगले दिन ही विजयनगर थाने भी पहुंचे थे लेकिन पुलिस ने उनको लावारिस हालत सुरेंद्र के मिलने की सूचना नहीं दी थी। 24 अक्टूबर को सुरेंद्र को मोबाइल बिहार के पटना में स्विच आन हुआ तो बादलपुर पुलिस ने उनके स्वजन को विजयनगर थाने भेजा, यहां पर सुरेंद्र के शव के फोटो और कपड़े से स्वजन ने उनकी शिनाख्त की।
सुरेंद्र के भाई सत्यपाल ने विजयनगर थाने में सुरेंद्र की लूट के बाद हत्या का केस दर्ज कराया। पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि बिहार में जिस व्यक्ति के पास सुरेंद्र का मोबाइल था, उसने वह मोबाइल नोएडा के एक युवक से खरीदा था। नोएडा के युवक को मोबाइल बुलंदशहर के खुर्जा में रहने वाले ऑटो चालक शिवा और उसके दोस्त नंदू ने बेचा था।
पुलिस ने शिवा को गिरफ्तार किया तो उसने बताया कि 30 जुलाई को सुरेंद्र को ऑटो में अकेला देख उसने अपने साथी नंदू के साथ मिलकर उनसे मोबाइल लूट की वारदात की थी, विरोध करने पर उनको एनएच-नौ पर चलते ऑटो से नीचे धक्का दे दिया था। वह सिर के बल नीचे गिरे थे। उनको लहूलुहान हालत में छोड़कर वे दोनों भाग गए थे।
एसीपी कोतवाली निमिष पाटिल ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि सिर में गंभीर चोट लगने के कारण उनकी मृत्यु हुई थी। शिवा का साथी नंदू विजयनगर का रहने वाला है, उसकी तलाश के लिए पुलिस की टीम लगी है।