हापुड़।
तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा कवि अशोक गोयल संरक्षक हिंदी साहित्य परिषद
हिंदी साहित्य परिषद हापुड़ के तत्वधान में एक विराट अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती की पर ऑनलाइन पिलखुवा में किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि प्रेम निर्मल ने की मुख्य अतिथि के रूप में कवि अशोक गोयल विशिष्ट अतिथि कवयित्री बीना गोयल, डॉ पुष्पा गर्ग रही।
आज के कार्यक्रम में कवियों ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर एक से बढ़कर एक रचना प्रस्तुत की। वरिष्ठ कवि प्रेम निर्मल ने कहा नेताजी की पुण्य जयंती आओ करें हम याद जिनके पूर्ण प्रताप से देश हुआ आजाद ।मुख्य अतिथि के रूप में कवि अशोक गोयल ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती की पूर्व संध्या पर सभी रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा, प्रगति पथ पर ध्वजा नूतन सदा अध्यात्म ने बांधी, इसकी शक्ति लाती है सदा जनक्रांति की आंधी ।
धरा पर राज्य की ताकत गिरा सकती है एटम बम नहीं पैदा वो कर सकती नेता सुभाष और गांधी।कवयित्री बीना गोयल ने पढ़ा 23 जनवरी का शुभ दिन है आज नमन करते हैं सब उन्हें मिलकर आज सुभाष बोस पर समस्त राष्ट्र को है नाज, आज जन्मदिन मना रहे हैं हम उनका आज। कवयित्री पुष्पा गर्ग ने पढ़ा ,बेवजह मन की बातें बोल देते हैं हम किसी के आगे अपने रिश्ते तोल देते हैं हम।कवयित्री गरिमा त्यागी ने पढ़ा ,इंसान हूं इसलिए यह जज्बात रखती हूं सेवा हो लक्ष्य हमारा यही विश्वास करती हूं।
पूनम अग्रवाल ने पढ़ा सर्दी, गर्मी या बरसात गेहूं बोना या फिर धान नमन तुम्हें मेरे किसान। कवि राजेश मंगला पार्थ ने पढ़ा, अब षडयंत्रों पर देश को हिसाब चाहिए अधिकार छीनने वालों से अब जवाब चाहिए।कार्यक्रम मेभिन्न भिन्न राज्यों से अनेक कवयित्रियो ने भाग लेकर कार्यक्रम को बहुत ऊंचाइयों प्रदान की कार्यक्रम में उत्तराखंड, बिहार, बंगाल, उड़ीसा, गुजरात, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा आदि अनेक राज्यों से रचनाकारों ने भाग लेकर नेताजी सुभाषचंद्र बोस को याद किया। अंत में वरिष्ठ कवि एवं साहित्यकार कवि अशोक गोयल ने सभी रचनाकारों का आभार प्रकट किया।