हापुड़। दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने कहा कि शहीद भगत, सुखदेव, राजगुरु की प्रतिमाएं व स्वतंत्रता सैनानियों के चित्र विधानसभा परिसर में लगानें वाली दिल्ली विधानसभा देश में पहला स्थान रखती हैं। हापुड़ निवासी स्वतंत्रता सैनानी, पत्रकार व शिक्षाविद् स्व. मधूसूदन दयाल संपादक का चित्र लगानें से विधानसभा गौरवान्वित हुई है।
विधानसभा अध्यक्ष दिल्ली विधानसभा में आज 5 अपै्रल को हापुड़ निवासी स्वतंत्रता सैनानी व वरिष्ठ पत्रकार स्व. मधूसूदन दयाल संपादक के चित्र के अनावरण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होनें कहा कि हापुड़ भी स्वतंत्रता संग्राम का प्रमुख केंद्र रहा हैं, जिस कारण हापुड़ के स्वतंत्रता सैनानियों के योगदान को नजंर अदांज नहीं किया जा सकता है।
अध्यक्ष गोयल ने स्व. संपादक के पुत्र सुरेश संपादक, लोकेश चंद्रा व उनके परिजनों की मौजूदगी में विधानसभा की गैलरी में स्व. मधूसूदन दयाल सम्पादक के चित्र का अनावरण कर स्मृति चिन्ह का विमोचन कर उन्हें याद करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए।
उन्होंने बताया कि गैलरी में 70 विधायकों के हिसाब से 70 शहीदों व स्वतंत्रता सैनानियों के चित्र लगाए गए थे, परन्तु निकट भविष्य में ओर विधायक सीट बढ़नें की सम्भावनाओं के मद्देनजर स्व. संपादक का 74 वां चित्र गैलरी में लगाया गया हैं।
उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के समय में दिल्ली विधानसभा को कोर्ट का रूप दिया गया था, जिसमें लानें लेजानें के लिए 10 किलोमीटर लम्बी सुरंग लालकिलें से यहां तक बनाई गई थी तथा उन्हें फांसी देनें के लिए भी फांसीघर बनाया था जो स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से बन्द ही है।
उन्होंने कहा कि 15 अगस्त को सुंरग व फांसीघर खुलवाकर वहां शहीदो का मंदिर बनवानें की कोशिश की जा रही है। दिल्ली सरकार शहीदो की शहादत को लेकर बेहद संवेदनशील है। उन्होने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में से ही अंग्रेजी राज के खिलाफ सबसे पहली लडाई सन् 1857 में मंगल पाण्डे ने शुरू की थी।
समारोह में दिल्ली विधानसभा के कई विधायक, मंत्री एवं हापुड से गये धर्मेन्द्र शर्मा, रामअवतार कंसल (डिलाइट), जगदीश प्रसाद जग्गी आलू वाले, अमित अग्रवाल मुन्ना , पुरूषोत्तम शरण चैबे, दिनेश शर्मा, शिवरतन सोमानी, प्रमोद गर्ग, चन्द्रकान्त, नरेन्द्र कंसल एडवोकेट, अशोक अग्रवाल आदि तथा मेरठ, गाजियाबाद, मथुरा से आये काफी लोग उपस्थित थे।
इससे पूर्व दिल्ली विधानसभा की एक उपसमिति ने दिल्ली विधानसभा में स्वतंत्रता सेनानियों, पूरे देश में भूले बिसरे क्रान्तिकारियों आदि के चित्रों की तादाद बढाकर 75 करने व दो और चित्र राजस्थान (भरतपुर) के जाट राजा सूरजमल एवं स्वर्गीय मधुसूदन दयाल सम्पादक के चित्र लगाने का प्रस्ताव दिनांक 25.03.2021 को पारित किया था। महाराजा सूरजमल के चित्र का अनावरण भी जल्द किया जाना प्रस्तावित है।