बिजली अधिकारियों के सामनें उघमियों ने रखी समस्याएं, विभाग ने बिजली की समाधान के लिए पास किया 5 करोड़ रुपये का बजट – चीफ इंजीनियर

हापुड़ ।आई आई ए धीरखेड़ा हापुड़ चैप्टर के चेयरमैन शांतनु सिंघल की अध्यक्षता में आई आई ए सोसाइटी भवन धीरखेडा पर एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमे पश्चिमांचल विदयुत वितरण निगम लिमिटेड, बुलन्दशहर के चीफ इंजीनियर अनिल कुमार जायसवाल को आमंत्रित किया गया। इसके साथ ही विदयुत विभाग हापुड के अधिशासी अभियन्ता रमेश कृष्णानी, उपखण्ड अधिकारी उमाकान्त शर्मा तथा अन्य विद्युत अधिकारी गण भी उपस्थित रहे।

बैठक में CEC मेम्बर अशोक छारिया ने धीरखेडा इंडस्ट्रीयल एरिया, मोदीनगर रोड तथा हापुड़ के उद्यमियों को विद्युत विभाग की तरफ से होने वाली परेशानियों को चीफ इंजीनियर के समक्ष रखा।

बोर्ड मेम्बर नीरज गुप्ता ने बताया कि किस प्रकार उधमी के नए कनेक्शन लेने पर उधमी के द्वारा एस्टीमेट की धनराशि विदयुत विभाग को जमा कराने के बाद भी उधमी के यहां नया कनेक्शन नहीं लगाया जाता है. उधमी जब इस विषय में विदयुत विभाग के अधिकारियों से कोई पूछताछ करता है तो विभाग द्वारा कोई कोई संतुष्टि पूर्ण जवाब नहीं दिया जाता है एवं सामान न होने का बहाना बना दिया जाता है। उघमी राजेंद्र गुप्ता व सचिव पवन शर्मा ने बताया कि विदयुत विभाग के द्वारा धीरखेडा इंडस्ट्रीयल एरिया में बिजली के संभों और तारों की मरम्मत का कार्य सही प्रकार से तथा समय पर नहीं किया जाता है जिससे इंडस्ट्रीयल एरिया, धीरखेड़ा में 8-10 बार विदयुत आपूर्ति बाधित होती है इसके कारण उद्योगों की उत्पादन क्षमता प्रभावित होती है।

सचिव पवन शर्मा ने बताया कि मोदीनगर रोड पर बिजली घर के पास स्थित उद्योगों की विदयुत आपूर्ति के लिए फीडर लाइन बिजली घर के पास ना देकर 14 किलोमीटर दूर दी गई है इतनी लंबी दूरी की लाइन में आए दिन कोई ना कोई समस्या होती रहती है जिसकी वजह से इस लाइन पर 10 से 15 बार शट डाउन लिया जाता है इसके कारण विद्युत आपूर्ति बाधित होती है तथा उद्योगों पर प्रतिकुल प्रभाव पड़ता है।

चेयरमैन शांतनु सिंघल ने बताया कि खराब मीटरों को विद्युत विभाग के द्वारा कैसे महीने तक नहीं बदला जाता है। यह खराब मीटर उपभोक्ता का गलत बिल जारी करता है जिससे उद्यमी को आर्थिक और मानसिक समस्या का सामना करना पड़ता है। विदयुत विभाग हापुड़ के पास थ्री फेज़ मीटर और सिंगल फेज़ मीटर की भारी मात्रा में कमी है इसके साथ ही पवन शर्मा ने बताया कि सीए क्यू एम ने 1 अक्टूबर से फैक्ट्री में डीजल जनरेटर पर प्रतिबन्ध लगा दिया है ऐसे में यदि उद्योग को निर्वाध विदयुत आपूर्ति नहीं मिलेगी तो उद्योग का संचालन सही तरह से नहीं हो पाएगा और उद्योग बंद होने की कगार पर पहुंच जायेंगे जिसकी बेरोजगारी बढ़ेगी और देश के सामने आर्थिक संकट की स्थिति उत्पन्न होगी

उपरोक्त समस्याओं को सुनकर चीफ इंजीनियर ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को सही तरह से कार्य करने की चेतावनी दी तथा साथ ही चेयरमैन शांतनु सिंघल को आश्वासन दिया की विदयुत विभाग के द्वारा उद्योग को निर्वाध विदयुत आपूर्ति दी जाएगी तथा विदयुत विभाग के अधिकारियों कि तरफ से उद्यमियों को भविष्य में कोई परेशानी नहीं आएगी

चीफ इंजीनियर अनिल कुमार जायसवाल ने बताया कि शासन के द्वारा हापुड़ जिले के लिए 36 करोड़ रुपये बजट पास हुआ है जिसमें से 5 करोड़ रुपये का बजट धीरखेडा इंडस्ट्रीयल एरिया के लिए है धीरखेडा इंडस्ट्रीयल एरिया के पावर हाउस की वर्तमान क्षमता 10 एमवीए है जिसमें 7.50 एमवीए चल रही है और इसे बढ़ाकर 20 एमवीए करने का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चूका है. तथा काफी योजनाओं के लिए टेंडर जारी किए जा चुके हैं।

Exit mobile version