बाबू संपूर्णानंद जी के नाम को हटाने को लेकर कांग्रेसियों में रोष, राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा

हापुड: बाबू संपूर्णानंद जी के नाम को हटाने को लेकर कांग्रेसियों में रोष व्याप्त है। जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा राज्यपाल  को सम्बोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा  गया।

 

जिला कांग्रेस कमेटी हापुड़ के जिला अध्यक्ष मिथुन त्यागी द्वारा हापुड़ स्थित कलेक्ट्रेट में महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया गया।

जिला अध्यक्ष मिथुन त्यागी  ने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा बनारस के पुराने प्रतिष्ठित स्टेडियम का जीर्णोद्वार किया गया, उक्त स्टेडियम के उद्घाटन के साथ ही स्टेडियम से जुड़ा बाबू संपूर्णानंद जी का नाम हटा दिया गया जो काफी आपत्तिजनक ही नहीं बल्कि शर्मनाक भी है। संपूर्णानंद जी का नाम हटाना काशी की गौरवशाली विरासत का अपमान भी है, हम सरकार के इस घृणित कार्य से खफा है और साथ ही साथ काशी के लाखों लोगों की भावनाएं भी दुखी है। विडंबना तो यह भी है कि जिन संपूर्णानंद जी का बनारस का वैदिक नामकरण वाराणसी करने में महत्वपूर्ण योगदान रहा उसी वाराणसी नाम की आड़ लेकर आज एक स्टेडियम से संपूर्णानंद जी का नाम ही हटा दिया गया।

 

महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव सीमा शर्मा  ने कहा कि बाबू संपूर्णानंद जी एक भारतीय शिक्षक और राजनीतिज्ञ थे, जिन्होंने 1954 से 1960 तक उत्तर प्रदेश के दूसरे मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया और बाद में राजस्थान के राज्यपाल के रूप में कार्य किया। देश के लिए बाबू संपूर्णानंद जी का योगदान साहित्य और राजनीति में अतुल्य है ऐसे ऐसे महापुरुषों को वर्तमान सरकार भूलाना चाहती है और उनकी धरोहरों को खत्म करना चाहती है, सरकार का यह रवैया बहुत ही निन्दनीय है। हम महामहिम राज्यपाल जी से निवेदन करते हैं की सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम पर रोक लगाई जाए।
कार्यक्रम में विधि विभाग के जिलाध्यक्ष रघुवीर गौतम एडवोकेट, अनुसूचित विभाग के जिलाअध्यक्ष नरेश कुमार भाटी, सेवादल के जिला महासचिव सुखपाल गौतम, जिला सचिव यशपाल सिंह ढीलोर, नगर अध्यक्ष विनोद कर्दम एडवोकेट, जलज कुमार तेवतिया, शहर महासचिव सुरेंद्र सिंह, जिलाउपाध्यक्ष जस्सा सिंह, जिलासचिव रविंद्र प्रताप गुर्जर,पूर्व नगर अध्यक्ष देवेंद्र कुमार, मुकेश शर्मा जिला महासचिव, अनुज शर्मा पिलखुआ, हेमचंद सैनी , सुमित शर्मा , यश कुमार आदि रहे।

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