निकाय चुनाव में ब्रह्मास्त्र का काम करेगा सी-प्लान एप

हापुड़। नगर निकाय चुनाव के चुनावी रण में उतरे प्रत्याशी व उनके समर्थक अभी से वोटरों को लुभाने में कोई कसर नहीं कर रहे हैं। आचार संहिता लागू होने के बाद इंटरनेट मीडिया प्रचार-प्रसार तेजी से किया जा रहा है। ऐसे में अफवाहों से निपटने में सी-प्लान एप पुलिस का ब्रह्मास्त्र होगा।

लोकसभा चुनाव में कारगर साबित हुए इस एप के जरिए पुलिस प्रशासन अराजक तत्वों पर नकेल कसने की तैयारी कर रहा है। एसपी ने पुलिस अधिकारियों से लेकर थाना प्रभारियों को एप के इस्तेमाल में तेजी लाने के आदेश दिए हैं।

सी-प्लान एप को कम्युनिटी पुलिसिंग, आमजन से सीधे संवाद, कानून-व्यवस्था बनाने और पुलिस के कार्यों में जनता की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से बनाया गया है। आमतौर पर चुनाव के दौरान अफवाहों से माहौल बिगड़ता है। ऐसे में अब एक बार फिर इस एप को सक्रिय करने का निर्णय लिया है।

लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए सी-प्लान एप की शुरूआत की गई थी। पुलिस कर्मियों ने गांवों-कस्बों में पहुंचकर दस-दस संभ्रांत लोगों को इस एप से जोड़ा था। एप में संभ्रांत लोगों के नाम के साथ उनके मोबाइल नंबर मौजूद है। एप के जरिए एक क्लिक से ही संभ्रांत लोगों के नंबर पुलिसकर्मियों की मोबाइल स्क्रीन पर आ जाते हैं। जिले में किसी भी अप्रिय घटना के घटित होने या अफवाह फैलने पर पुलिस संभ्रांत लोगों से संपर्क साधती है। जिसके बाद मामले की सच्चाई पुलिस को पता चल जाती है।

पुलिसकर्मी को एंड्रायड फोन पर एप डाउनलोड करने के बाद संबंधित थाने का सीयूजी नंबर दर्ज करना होता है । सीयूजी नंबर दर्ज करने के बाद मोबाइल पर ओटीपी आता है। ओटीपी अंकित करते ही एप सक्रिय हो जाता है। एप में दर्ज संभ्रांत लोगों के नंबर व उनकी वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी की गई है। नई जानकारी के अनुसार ही प्रत्येक गांव व कस्बे का ग्रुप बनाया गया है। -मुकेश चंद्र, एएसपी

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