हापुड़। सिंभावली थाना क्षेत्र के गांव हाजीपुर के पूर्व प्रधान से एक जिला पंचायत सदस्य पति द्वारा दस लाख रुपये ऐंठने के आरोप को पुलिस ने गाडि़यों में डीजल डलवाने की बात कहकर एफआर लगा दी। जिन गाडि़यों का जिक्र किया गया, उन्होंने शपथ पत्र देकर तेल लेने से ही इन्कार कर दिया। अब इस मामले में सीओ ने फिर से विवेचना शुरू कराई है।
एसपी कार्यालय पहुंचे 90 वर्षीय केला देवी और पूर्व प्रधान प्रेमवीर सिंह ने बताया था कि बझैड़ा कलां निवासी जिला पंचायत सदस्य पति इस्ते का उनके पास आना जाना था। उस समय वह एक पेट्रोल पंप किराये पर चला रहा था, गाडि़यों के लिए पैसों की जरूरत पड़ने की बात कहते हुए उसने पीडि़त को झांसे में लेकर दस लाख रुपये एक खाते में डलवा लिए।
आरोप है कि जब भी पैसे वापस मांगते उन्हें टरका दिया जाता, इसके बाद पैसे देने से भी इन्कार कर दिया। पीडि़त ने थाना सिंभावली में प्राथमिकी दर्ज कराई, आरोप है कि विववेचना अधिकारी ने उक्त पैसे का डीजल गाडि़यों में डलवा लेने की रिपोर्ट लगाकर एफआर लगा दी।
पीडि़त ने बताया कि रिपोर्ट में विवेचना अधिकारी ने जिन गाडि़यों का जिक्र किया है, उन्हें शपथ पत्र देकर स्पष्ट कर दिया कि उन्होंने गाडि़यों में तेल नहीं गिरवाया। सीओ स्तुति सिंह ने बताया कि मामले में दोनों पक्षों के साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं। जिनकी जांच के आधार पर कार्यवाही की जायेगी।