जनपद में मलेरिया के 13 संक्रमित मरीज मिले, हड़कंप


हापुड़।
जनपद हापुड़ में मौसमी बीमारी के बाद मलेरिया ने दस्तक दे दी है। जिले में मलेरिया के 13 नए संक्रमित मरीज मिले हैं। जिसके बाद हड़कंप मच गया है। सभी नए मलेरिया के मरीजों का उपचार शुरू कराया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मच्छरों से रोकथाम के लिए रोज फागिंग एवं गोष्ठी आयोजित कर लोगों को जागरुक कर रहे हैं।
पिछले कई दिनों से मौसम अपने रंग दिखा रहा है। तापमान में उतार चढ़ाव के कारण बुखार, नजला, जुकाम का प्रकोप है। जिसके चलते जिले के अस्पतालों में मरीजों की भीड़ उमड़ रही है। ओपीडी में कतार में लगकर मरीजों को उपचार मिल रहा है। अब जिले में मलेरिया ने दस्तक दे दी है। जिले में मलेरिया के 13 नए संक्रमित मरीज मिले हैं। पॉजिटिव मरीज सिंभावली के बक्सर, छतनौरा, हापुड़ के उपैड़ा, सिमरौली, यादनगर, अंबेडकरनगर, दादरी, कोटला सादात, ततारपुर के रहने वाले हैं। सभी मिले मलेरिया के मरीजों का उपचार शुरू करा दिया गया है। वहीं, उनके घरों में स्वास्थ्य टीम द्वारा मच्छरों के लार्वा की जांच की गई है। सभी लोगों को स्वास्थ्य संबंधी अनेक टिप्स भी दिए गए हैं।

-जगह जगह कूलर में मच्छरों का लार्वा चेक किया
हापुड़। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 13 नए मलेरिया के केस मिलने के बाद जगह जगह कूलरों में मच्छरों के लार्वा को चेक किया है। जहां लार्वा मिला वहां उसे तुरंत नष्ट किया गया। वहीं, मच्छरों को मारने के लिए फागिंग कराई जा रही हैं।

-क्या है मलेरिया
हापुड़। मलेरिया मच्छरों से होने वाली एक बीमारी है, जो प्लासमोडियम परजीवियों से होती है और एनफेलीज मच्छरों के काटने से फैलती है। तेज बुखार, उल्टी, सिरदर्द, शरीर में दर्द, कमजोरी और थकावट आदि मलेरिया के लक्षण हैं।

-हापुड़ जनपद में डेंगू, मलेरिया के केस
वर्ष मलेरिया डेंगू
2019—-176 केस————180 केस
2020—–20 केस————46 केस
2021—-34 केस ———–230 केस
2022—–37 केस ——70 केस
2023—–13 केस——–शून्य

-सीएमओ का कथन
जनपद का स्वास्थ्य विभाग डेंगू, मलेरिया को लेकर अलर्ट है। मलेरिया माह चल रहा है। जगह जगह जाकर स्वास्थ्य टीमें मलेरिया से रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक करने में जुटी हैं। मच्छर जनित बीमारियों से रोकथाम के लिए लोगों को साफ सफाई रखने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
-डॉ सुनील त्यागी, सीएमओ हापुड़

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