हापुड़।
गुरु पूर्णिमा पर गंगा घाटों पर स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। इस दौरान श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य लाभ कमाया। इस अवसर पर गंगा मैया के जयकारों से तीर्थ नगरी गूंज उठी।
पूर्णिमा पर स्नान के लिए रविवार शाम से ही श्रद्धालु ब्रजघाट पहुंचना शुरू हो गए थे। मध्य रात्रि में श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ गई। भोर काल में स्नान प्रारंभ होते ही घाटों पर श्रद्धालु उमड़ पड़े। हर ओर श्रद्धालुओं के सिर ही सिर दिखाई पड़ रहे थे। स्नान के दौरान हर-हर महादेव, जय मां गंगा के उद्घोषों से स्नान घाट भी गूंज उठे। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने घाटों पर पूजा कर पुरोहितों को दक्षिणा दी। उधर, तिगरीधाम में भी श्रद्धालुओं की काफी संख्या रही। यहां भी भोर से शुरू हुआ स्नान का सिलसिला जारी रहा। दोनों स्थानों पर स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या काफी अधिक रही। श्रद्धालु दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, हापुड़, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर आदि नगरों से पहुंचे।
पुलिस और प्रशासन रहा सतर्क
गुरु पूर्णिमा के मौके पर रात से ही लाखों की संख्या में स्नान करने पहुंचे श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस और प्रशासन भी सतर्क रहे। स्नान के दौरान महिला पुलिस कर्मी और सादे वेश में पुलिस कर्मी घाटों पर संदिग्ध लोगों पर नजर रखे हुए थे। विशेष दस्ते के सुरक्षाकर्मी, खुफिया विभाग एवं अन्य टीमें पूरे क्षेत्र में घूम कर स्थिति का जायजा लेती रहीं।
गोताखोरों ने कई श्रद्धालुओं को डूबने से बचाया
गुरु पूर्णिमा पर स्नान के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की अनहोनी से बचाने के लिए घाटों पर गोताखोर तैनात रहे। प्रशासन के निर्देशानुसार सभी गोताखोर गहरे जल वाले स्थानों पर अपनी-अपनी नाव के साथ मुस्तैद रहे। इस अवसर पर किसी श्रद्धालु के डूबने की जानकारी नहीं मिली, लेकिन कई श्रद्धालुओं को गोताखोरों ने डूबने से बचाया।