सरसो का तेल 130 से 125 पर पहुंचा, गेहूं का 23 सौ रुपए कुंतल से ऊपर हुआ रेट
हापुड़। तीन साल से सरसो के दाम अच्छे मिलने के कारण किसानों ने लगातार रकबा बढा दिया था। सरकार ने भी सरसो का एमएसपी 5050 रुपये कर दिया था। सरसो दो महीने पहले करीब 6 हजार रुपये कुंतल को बिक रही थी। रंतु इस समय बाजार में सरसो का रेट 4 हजार रुपये कुंतल तक आ पहुंचा है। देखा जाए तो गेहूं की सरकारी खरीद होने के कारण 200 रुपये एमएसपी से ज्यादा बिक रहा हैं। जबकि सरसो एमएसपी से 1 हजार रुपये नीचे पहुंच गई है। सरकार खाद्य तेल का आयात कर रही है। जिसके चलते बाजार में सरसो के तेल के दाम पिछले साल से कम हो गए हैं। बताया गया है कि एक माह के अंदर ही सरसो का तेल 130 रुपये से घट कर 125 रह गया है। जबकि पहले इससे कही ज्यादा बिक रहा था। सरसो के तेल के रेट लगातार गिरने से सरसो का भाव बाजार में गिर गया है। बता दे कि सरकार ने इस बार सरसो का एमएसपी रेट 5050 रुपये तय किया था। परंतु इस बार सरसो एमएसपी से नीचे पहुंच गई है। सरसो दो महीने पहले 6000 रुपये प्रति कुंतल को बाजार में बिक रही थी। जबकि पीली सरसो 7 हजार से भी ऊपर थी। परंतु इस समय बाजार में 4000 से 4050 रुपये प्रति कुंतल तक बिक रही है। कुल मिलाकर सरसो एमएसपी से एक हजार रुपये नीचे पहुंच गई हैं। गेहूं 2300 से ऊपर पहुंचा– वहीं गेहूं की खरीद का लक्ष्य सरकार बहुत पीछे रह गया है। लेकिन बाजार में गेहूं का रेट एमएसपी से 200 रुपये ऊपर कूद गया है। 10 दिन में गेहूं 2100 से 2300 से ऊपर जा पहुंचा है। घाटे में किसान, परेशान— आढती हरिशंकर शर्मा ने बताया कि बाहर से आ रहे सरसो के तेल से रेट कम हो गए हैं। इस बार किसानों ने सरसो को अपने पास रोक लिया था। किसानों को सरसो के रेट गिरने से भारी झटका लगा है। जो रेट बाजार में हैं उससे ज्यादा किसानों ने खर्च कर दिया। बारिश और ओलावृष्टि ने पहले ही किसानों को तबाह कर दिया था।