शिक्षक , शिक्षिकाओं व विद्यार्थियों का करवाएं टीकाकरण -अपर मुख्य सचिव,जनपद में किया निरीक्षण




हापुड़(अमित मुन्ना/अनूप)।

अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार विभाग अमित मोहन ने हापुड़ में निरीक्षण कर जिलाधिकारी अनुज सिंह के साथ सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस के सभागार में स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों के साथ बैठक की।

बैठक में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉक्टर संजीव कुमार ने अपर मुख्य सचिव को अवगत कराया कि जनपद में कोविड-19 टीकाकरण हेतु क्लस्टर बनाकर आमजन को टीके लगाये जा रहे है। जनपद में 1313 कलस्टर बनाए गए हैं विकासखंड हापुड़ अन्य विकास खंडों से बड़ा है इसलिए 10 क्लस्टर पूर्ण किए जा चुके हैं। डीआईओ ने कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों पर कोविड-19 के टीकाकरण हेतु काफी भीड़ हो जाती है जिसको नियंत्रित करने हेतु कानून व्यवस्था की जरूरत पड़ जाती है जिले में बच्चों का नियमित टीकाकरण भली प्रकार चल रहा है।
अपर मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया की विशेष सभी शनिवार को कोविड-19 की दूसरी डोज प्रातः 9:00 से 11:00 तक लगाने की व्यवस्था बनाएं। उन्होंने कहा कि जनपद में स्कूल, कॉलेज खुलने वाले हैं इसलिए शिक्षक , शिक्षिकाओं व विद्यार्थियों को कोविड-19 से बचाव हेतु टीकाकृत किया जाए। इस पर डीआईओ ने अवगत कराया कि शिक्षकों , पत्रकारों, रेडी पटरी वाले, बस ड्राइवर इत्यादि का टीकाकरण करा दिया गया है और विद्यार्थियों के लिए स्कूलों में जाकर ही टीका लगाया जाएगा। जजों के परिवारों, वकीलों, बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों, पोस्ट ऑफिस के अधिकारियों व कर्मचारियों को भी टीकाकृत किया जा चुका है। जनपद में नियमित रूप से चल रहे कोविड-19 हेतु कॉन्ट्रैक्ट ड्रेसिंग फॉर टेस्टिंग के भी अद्यतन स्थिति जानी और जनपद में कोविड-19 के पॉजिटिव केस व कितनी मृत्यु दर है इसकी भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त 2021 के बाद ही स्थिति सामान्य होगी डिप्टी सीएमओ ने बताया कि नित्य प्रति 1800 टेस्ट किए जा रहे हैं जिनमें से 0.05 प्रतिशत कोविड-19 मरीजों की संख्या है। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि अगस्त के अंत में सितंबर में कोविड-19 की तीसरी लहर आने की संभावना है जिसको दृष्टिगत रखते हुए कोविड-19 पखवाड़ा चलाया जाए। बैठक में अपर मुख्य सचिव ने डिप्टी सीएमओ प्रवीण शर्मा से जनपद में सरकारी अस्पतालों में कराए जा रहे प्रसव की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र में सरकारी अस्पतालों में प्रसव कराने की समुचित व्यवस्था की जाए। आमजन घरों में प्रसव ना कराएं हाय रिक्स प्रेगनेंसी पर प्राथमिकता से ध्यान दें। सरकारी अस्पतालों में प्रसव कराने हेतु लोगों को जागरूक किया जाए और हेल्प एवं वैलनेस सेंटर्स की स्थापना जनपद में कराई जाए और उन्हें सुविधा युक्त बनाया जाए तथा सभी लोग वैलनेस सेंटर का लाभ ले सकें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि उन पॉइंट को चिन्हित करें जहां घरों में प्रसव कराए जाते हैं। उन्होंने यूनिसेफ के जिला समन्वयक से कहा कि आप इस कार्य को भली-भांति करें और मुख्य विकास अधिकारी से कहा कि आप उन बेल्ट का कायाकल्प करा दें। शहरी स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत मलिन बस्तियों में अर्बन पीएचसी ठीक से क्रियाशील रहे। बैठक में अपर मुख्य सचिव ने डीजीएम एनएचएआई मेरठ को जिला अस्पताल में दूसरा ऑक्सीजन प्लांट लगाने हेतु निर्देशित किया। बैठक में अपर निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, मुख्य विकास अधिकारी उदय सिंह, सीएमओ डॉ रेखा शर्मा, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉक्टर संजीव, डिप्टी सीएमओ प्रवीण शर्मा डॉ वेद प्रकाश, डॉक्टर दिनेश खत्री यूनिसेफ के जिला समन्वयक सहित स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे।

बैठक के उपरांत अपर मुख्य सचिव ने जिला अस्पताल में पहुंच कर जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। जिला अस्पताल में संचालित ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण करते हुए उन्होंने डीजीएम एनएचआई को वहीं पर दूसरा प्लांट लगाने हेतु स्थान चिन्हित करने के निर्देश दिए। इसके उपरांत अपर मुख्य सचिव ने टी0वी अस्पताल, पीकू वार्ड व आइसोलेशन वार्ड इत्यादि का निरीक्षण किया और स्वास्थ्य उपकरणों को चलवा कर उनकी स्थिति की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जनपद के जिला अस्पताल में इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी नहीं है कोविड-19 की आगामी लहर को लेकर सुरक्षा इंतजामों की व्यवस्था भी परखी। उन्होंने दवाई के स्टोर रूम एवं आइसोलेशन का भी निरीक्षण किया। साथ ही जिला अस्पताल में हो रहे कोविड-19 टीकाकरण की स्थिति की भी जानकारी ली।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी अनुज सिंह, मुख्य विकास अधिकारी उदय सिंह अपर जिलाधिकारी जयनाथ यादव व सीएमओ डॉ रेखा शर्मा , रंजना शर्मा जिला सूचना अधिकारी आदि मौजूद थे।

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