हापुड: मेरठ मंडल के उपनिदेशक पंचायत मनीष कुमार ने चयनित ग्रामों को मॉडल ग्राम बनाने के लिए अच्छी कार्य योजना बनाने पर बल दिया और इसके लिए प्रेरित किया। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के दूसरे चरण में ग्राम पंचायतों को ओ डी एफ प्लस बनाने के लिए जिला पंचायत रिसोर्स सेंटर (डीपीआरसी )में प्रशिक्षण चल रहा है। उप निदेशक और राज्य सलाहकार मो तारिक ने प्रशिक्षण की गुणवत्ता का जायजा लिया। प्रतिभागियों से भी बात की। प्रतिभागियों का मार्ग दर्शन भी किया। उप निदेशक ने कहा कि प्रशिक्षण के बाद सभी मिलकर अपनी ग्राम पंचायत के लिए अच्छा स्वच्छता कार्य योजना बनाएं जो धरातल पर उतर सके। कार्य योजना की बारीकियों पर भी प्रकाश डाला। राज्य सलाहकर तारिक ने ओ डी एफ प्लास की अवधारणा, वित्तीय प्रावधानों, कार्य योजना के बारे में प्रतिभागियों से फीड बैक लिया । कैसे अच्छी कार्य योजना बन सकती है इसके लिए मार्ग दर्शन भी किया। जिला पंचायत राज अधिकारी वीरेंद्र सिंह ने भी अपने विचार रखे । एडीओ पंचायत बिशन सक्सेना भी मौजूद रहे। आज बुलंद शहर विकास खंड के ग्राम प्रधानों, पंचायत सहायक, खंड प्रेरक और सफाई कर्मियों को स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज दो के अंतर्गत ग्रामों को मॉडल बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया। उनको स्वच्छता प्लान बनाकर उसके अनुरूप ग्रामों में ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए प्रेरित किया गया। इसके लिए वित्तीय प्रावधानों और तकनिकी प्रावधानों पर चर्चा की गई। मास्टर ट्रेनर गोपाल राय, विवेक चौहान ने सभी को अपशिष्ट की पहचान करने, उसका पृथक करन करने और सुरक्षित निपटान करने पर प्रकाश डाला। दोनो ने बताया कि ग्राम पंचायतों में किस किस तरह का कचरा निकलते हैं। इसका उचित प्रबंधन नही किया गया तो लोगों के जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। दोनो चरणों और उनकी चुनौतियों पर चर्चा की। कैसे ग्राम पंचायतों को ओ डी एफ प्लस बनाया जा सकता है इस पर मंथन किया । दोनो ने ओ डी एफ प्लस की तीनो श्रेणियों उदीयमान, उजव्वल और उत्कृष्ट के बारे में बताया, इसके लिए प्रेरित किया। सी ई संदीप कुमार और गौरव कुमार ने ओ डी एफ प्लस के लिए तकनीकी विकल्पों की जानकारी दी। ग्राम असोड़ा में बने एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन का टीम ने जायजा लिया। उन्होंने देखा कि अपशिष्ट प्रबंधन के लिए कैसी व्यवस्था की जा सकती है।