माफियाओं व वन अधिकारियों का गठजोड़: स्थानीय अधिकारियों की मिलीभगत से बेचा जा रहा दो लाख का सरकारी पेड़ डीएफओ ने रंगें हाथ पकड़ा ,मचा हड़कंप,दो वाहन किए सीज


हापुड़(अमित मुन्ना)।
जनपद में अवैध कटान का धंधा जहां एक ओर जोरों पर हैं,वही जनपद के वनकर्मी भी इसमें पीछे नहीं हैं। माफियाओं व वन अधिकारियों का गठजोड़ का एक उदाहरण गढ़मुक्तेश्वर में मिला,जहां दो लाख के सरकारी पेड़ बेचते डीएफओ ने छापेमारी कर रंगेहाथों पकड़ा। जिससे वनकर्मियों में हड़कंप मच गया। डीएफओ ने दो वाहन को पकडकर सीज कर दिए।
जानकारी के अनुसार गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र में अवैध कटान का धंधा जोरों पर चल रहा हैं,जिसमें वन विभाग की भी संलिप्तता बताई जाती रही हैं। सोमवार रात्रि गढ़ में तैनात वन अधिकारियों की मिलीभगत से एक सरकारी पेड़ प्राईवेट लकड़ी माफिया को बेचते रंगें हाथ डीएफओ राजेश निगम ने पकड़ा और मामलें की सूचना उच्चाधिकारियों को भेजी हैं। जिससे गढ़ के वन विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा पड़ा हैं।
जिला वन अधिकारी राजेश निगम ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि सरकारी पेड़ जोकि वन विभाग में जमा होनें चाहिए थे,वो चोरी छिप्पें माफियाओं को बेचें जा रहे है कि सूचना पर वे स्वयं गढ़ में घटनास्थल पर पहुंचे और एक बाग में टैक्टर टाली में लदा शीशम का दो लाख का पेड़ ले जाते पकड़ लिया। वहां मौजूद लोग गाड़ी देख भाग खड़े हुए। मामलें की जांच की जा रही हैं। इसमें जो भी वन अधिकारी या कर्मचारी लिप्त पाया जायेगा ,उसके विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी।

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